शिरडी(महाराष्ट्र) : राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि एक प्रधानमंत्री को व्यापक-सोच वाला होना चाहिए और समावेशी विकास की दृष्टि रखनी चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है।

मुंबई के एक अस्पताल में पिछले कुछ दिनों से इलाज करा रहे शरद पवार (81) राकांपा के सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए शनिवार को चिकित्सकों के एक दल के साथ मुंबई से शिरडी पहुंचे और पार्टी के सम्मेलन को संक्षेप में संबोधित किया।

पवार ने कहा, ‘‘एक प्रधानमंत्री की दृष्टि सभी वर्गों के समावेशी विकास की होनी चाहिए और उन्हें व्यापक सोच वाला होना चाहिए, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा होता नजर नहीं आता। प्रधानमंत्री को अपनी सारी ऊर्जा देश की कमजोर अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने और महंगाई घटाने पर केंद्रित करनी चाहिए।’’

उन्होंने कहा कि भाजपा को कुछ राज्यों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में खारिज कर दिया गया है, जबकि अन्य राज्यों में भाजपा ने केंद्रीय जांच एजेंसियों का ‘‘दुरुपयोग’’ कर सरकारें बनाई हैं।

पवार ने राकांपा कार्यकर्ताओं से प्रगतिशील विचारधारा के प्रति प्रतिबद्ध रहने और किसी भी 'प्रलोभन' का शिकार नहीं होने की अपील की। पवार ने राकांपा की बैठक में विश्वास व्यक्त किया कि पार्टी कार्यकर्ता राज्य में 'राजनीतिक परिवर्तन' लाएंगे।

गौरतलब है कि मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में शरद पवार संक्रमण और बुखार का उपचार करा रहे हैं।

थके हुए दिख रहे पवार ने राकांपा सम्मेलन में कुछ मिनट ही बोला। उन्होंने कहा कि चूंकि उन्हें 10 से 15 दिनों तक आराम करने की सलाह दी गई है, इसलिए वह अधिक समय तक नहीं बोल पाएंगे। इसके बाद, उन्होंने पार्टी के नेता दिलीप वलसे पाटिल से अपना भाषण पढ़ने को कहा।

बाद में दोपहर में, पवार चिकित्सकों के एक दल के साथ वापस मुंबई स्थित अस्पताल के लिए रवाना हो गए।

राकांपा प्रमुख ने कहा कि गुजरात, असम, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और कुछ पूर्वोत्तर राज्यों को छोड़कर, देश के अधिकांश हिस्सों ने भाजपा को खारिज कर दिया है।

उन्होंने आरोप लगाया कि कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों की पूर्ववर्ती सरकारों को भाजपा ने केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करके गिरा दिया।