कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस ने शुक्रवार को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास पर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की ओर से छापा मारने की कार्रवाई की निंदा की। तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह कदम देशभर में विपक्षी दलों को धमकाने के लिए भाजपा की तरकीब का एक हिस्सा है।

सीबीआई ने शुक्रवार को मनीष सिसोदिया और आईएएस अधिकारी आरव गोपी कृष्णा के आवासों और 19 अन्य स्थानों पर छापेमारी की। पिछले साल नवंबर में दिल्ली आबकारी नीति के निर्माण और निष्पादन में कथित अनियमितताओं के लिए प्राथमिकी दर्ज करने के बाद ये छापेमारी की गई।

वरिष्ठ तृणमूल कांग्रेस नेता और सांसद सौगत रॉय ने कहा, ‘‘छापे विपक्ष को डराने और धमकाने का एक प्रयास हैं। मनीष सिसोदिया दिल्ली के उपमुख्यमंत्री हैं और केंद्रीय एजेंसियां ​​​​उन्हें अपने राजनीतिक आकाओं के आदेश पर परेशान करने की कोशिश कर रही हैं। भाजपा विपक्षी दलों द्वारा शासित सभी राज्यों में एक समान काम कर रही है।’’

टीएमसी सांसद शांतनु सेन ने दावा किया कि भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करने वाले भाजपा नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने की बात आती है, तो केंद्रीय जांच एजेंसियां ​​‘चुप’ हो जाती हैं।

पश्चिम बंगाल के सत्तारूढ़ दल को हाल ही में शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और वीरभूम के जिला अध्यक्ष अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी के कारण सियासी भूचाल का सामना करना पड़ा था। मंडल को एक कथित मवेशी घोटाले में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किया गया, जबकि चटर्जी को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार किया।