कीव : यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के कार्यालय ने पश्चिमी देशों द्वारा रूसी तेल की कीमत और कम करने की मांग की, जबकि रूसी अधिकारियों ने 60 डॉलर प्रति बैरल की सीमा को मुक्त और स्थिर बाजार के लिए हानिकारक बताया है।

जेलेंस्की के कार्यालय के प्रमुख एंड्री यरमक ने सोशल मीडिया पर लिखा कि यूरोपीय संघ, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, कनाडा, जापान और अमेरिका द्वारा शुक्रवार को निर्धारित मूल्य सीमा पर्याप्त नहीं है।

समुद्र द्वारा भेजे जाने वाले रूसी तेल पर यह सीमा सोमवार से प्रभावी होगी। यरमक ने टेलीग्राम पर लिखा, 'दुश्मन की अर्थव्यवस्था को तेजी से नष्ट करने के लिए इसे 30 डॉलर प्रति बैरल तक कम करना जरूरी है।'

वाशिंगटन में रूसी दूतावास ने जोर देकर कहा कि रूसी तेल की मांग बनी रहेगी और मूल्य सीमा तय करने से मुक्त बाजार बुनियादी सिद्धांत को चोट पहुंचेगी।

रूसी अधिकारियों ने पश्चिमी देशों द्वारा मूल्य सीमा तय करने को खारिज कर दिया और धमकी दी कि वह इसका समर्थन करने वाले देशों को आपूर्ति बंद कर देगा।

ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, कनाडा, जापान, अमेरिका और 27 देशों के यूरोपीय संघ ने शुक्रवार को रूसी तेल के लिए 60 डॉलर प्रति बैरल की सीमा तय की।