देहरादून, 04 मार्च (हि.स.)। आजाद हिंद फौज के सेनानी शहीद कैप्टर दल बहादुर थापा को सोमवार को उनके 117वें जन्मदिन पर उत्तराखंड राज्य नेपाली भाषा समिति ने याद किया।

उत्तराखण्ड राज्य नेपाली भाषा समिति बलिदानी कैप्टन दल बहादुर थापा आजाद हिंद फौज के 117वें जन्मदिवस पर गोर्खाली सुधार सभा, गढ़ी कैंट देहरादून में कार्यक्रम आयोजित किया गया सर्वप्रथम मुख्य अतिथि गोर्खाली सुधार सभा के अध्यक्ष पदम सिंह थापा , नेपाली भाषा समिति अध्यक्ष मधुसूदन शर्मा, श्री मेग बहादुर थापा ने दीप प्रज्वलित करते हुए उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर जन्मदिवस पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये |

समिति के अध्यक्ष मधुसूदन शर्मा ने कहा कि शहीद कैप्टन दल बहादुर थापा ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है। उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नेतृत्व में आजाद हिंद फौज की टुकड़ी का नेतृत्व करते हुए बर्मा कोहिमा सीमा पर वीरता से लड़े पर दुर्भाग्य से उन्हें 28 जून 1944 को अंग्रेजों ने युद्धबंदी बना लिया, उनपर देशद्रोह का मुकदमा चलाकर मृत्यु दण्ड दिया। 03 मई 1945 को आजादी के दीवाने इस रणबांकुरे ने हंसते हंसते फांसी के फंदे को गले लगाकर भारतमाता की आजादी के लिये अपने प्राणों का बलिदान दिया। इनके अदम्य साहस और वीरता से प्रभावित होकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने इन्हें कैप्टन पद से सम्मानित किया था। भारत सरकार द्वारा प्रकाशित "हू इज हू इंडियन मारटायर्ज" के पृष्ठ संख्या 362 पर यह टिप्पणी अंकित है



सोमवार को इस अवसर पर पीबीओआर के अध्यक्ष शमशेर सिंह बिष्ट,समिति के महामंत्री श्याम राना, बालकृष्ण बराल,उपाध्यक्ष राजेंद्र मल्ल, पूजा सुब्बा चंद, अशोक वल्लभ शर्मा, प्रभा शाह, कमला थापा,सभा के शाखा अध्यक्ष डीएस भंडारी, एचबी राना शमशेर थापा, पदम शाही, हरि प्रसाद थापा, देविन शाही एवं वरिष्ठ महानुभावजन , मातृशक्तियों एवं युवाओं ने अमर शहीद को जन्मदिवस पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये।



हिन्दुस्थान समाचार/ साकेती/रामानुज