ऋषिकेश, 01 अप्रैल (हि.स.)। सीमा डेंटल कॉलेज और हास्पिटल ऋषिकेश में एच.एन.बी. गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय के तत्वावधान में स्नाकोत्तर और स्नातक छात्रों का दीक्षान्त समारोह का आयोजन किया किया गया। इस कार्यक्रम में कुल 509 छात्र-छात्राओं को उपाधि (डिग्री) प्रदान की गई।

कार्यक्रम में एम.डी.एस. बैच 2016, 2017, 2018, 2019 और 2020 के 78 स्नाकोत्तर छात्रों और बीडीएस बैच 2014, 2015, 2016, 2017 और 2018 के 431 स्नातक छात्रों को कुलपति प्रतिनिधि प्रोफेसर आर.सी.भट्ट ने उपाधि प्रदान की।

कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि प्रोफेसर डाॅ. मीनू सिंह, डायरेक्टर एम्स ऋषिकेश, कुलपति प्रतिनिधि प्रोफेसर आर.सी. भट्ट, प्रो. वाइस चांसलर एच.एन.बी. केन्द्रीय विश्वविद्यालय, श्रीनगर गढ़वाल, सीमा डेन्टल कॉलेज और हास्पिटल के संस्थापक अध्यक्ष डाॅ. आर.के. गुप्ता, चेयरमैन डाॅ. अमित गुप्ता, कार्यकारी निदेशक अजय गर्ग, प्रधानाचार्य डाॅ. पी.नारायण प्रसाद, डायरेक्टर डाॅ.अनिरुद्ध गुरु प्रताप सिंह और उप प्रधानाचार्य डाॅ. प्रेम प्रकाश ने मां सरस्वती वंदना के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर किया। संस्थापक अध्यक्ष डाॅ. आर.के. गुप्ता ने मुख्य अतिथि और कुलपति प्रतिनिधि काे पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।



संस्थान के प्रधानाचार्य डाॅ. पी. नारायण प्रसाद ने अपने स्वागत भाषण में उपाधि प्राप्त कर रहे दन्त चिकित्सकों से समाज को बेहतर से बेहतर दन्त चिकित्सा मुहैय्या कराने का आश्वासन लिया। उन्होंने कहा कि सिर्फ पैसा कमाना ही एक कुशल डाॅक्टर का कार्य नहीं है, अपितु अपने व्यवसाय के साथ-साथ उन्हें समाज सेवा के कार्य भी करते रहने चाहिये, जिससे कि समाज को एक डाॅक्टर के साथ-साथ समाज के प्रति जिम्मेदारी निभाने वाला व्यक्तित्व भी मिल सके।

प्रोफेसर आर.सी.भट्ट ने अपने दीक्षान्त व्याख्यान में सीमा डेन्टल कॉलेज और हाॅस्पिटल में उपलब्ध संसाधनों की प्रशंसा करते हुए कहा कि संस्थान लगातार उत्तराखण्ड ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण भारत वर्ष को कुशल दन्त चिकित्सक प्रदान कर रहा है। जो कि कि देश ही नहीं उत्तराखण्ड के दुर्गम क्षेत्रों में अपनी सेवायें प्रदान कर दन्त रोगों से मुक्त कर रहे हैं।



संस्थान के चेयरमैन डाॅ. अमित गुप्ता ने सभी भावी डाॅक्टरों को अपनी बधाई प्रेषित करते हुए कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि हमारे ये छात्र सम्पूर्ण भारतवर्ष और विश्व में हमारे संस्थान का नाम रोशन कर रहे हैं और आगे भी करते रहेंगे। सही मायने में उनकी जिन्दगी का शुभारंभ अब हुआ है, और वे पूर्ण लगन से मानवता की सेवा करते रहेंगे।



समारोह के मुख्य अतिथि प्रोफेसर डाॅ. मीनू सिंह, डायरेक्टर एम्स ऋषिकेश ने कहा कि दन्त चिकित्सकों की जरूरत सिर्फ बड़े शहरों तक ही सीमित न होकर गांव-गांव तक पहुंचें। यही आज की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि एक सफल चिकित्सक वही है, जो रोगी के रोग से पहले उसके मन की व्यथा समझ पाये तथा सिर्फ दांत का ही नहीं वरन उनके पूर्ण व्यक्तित्व का इलाज कर सके।



उप प्रधानाचार्य प्रोफेसर डाॅ. प्रेम प्रकाश ने प्रोफेसर डाॅ. मीनू सिंह, डायरेक्टर एम्स ऋषिकेश, कुलपति प्रतिनिधि प्रोफेसर आर.सी.भट्ट, प्रो. वाइस चांसलर एचएनबी केन्द्रीय विश्वविद्यालय, श्रीनगर गढ़वाल का सभागार में उपस्थित शिक्षकों और छात्र-छात्राओं से परिचय कराया। कार्यक्रम का सफल संचालन प्रोस्थोडोन्टिक्स विभाग की प्रोफेसर डा. ज्योत्सना सेठ ने किया।



हिन्दुस्थान समाचार/ विक्रम/सत्यवान/रामानुज