मुंबई, 01 मई (हि.स.)। महाराष्ट्र का 65वां स्थापना दिवस मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज मैदान में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। राज्यपाल रमेश बैस ने कहा कि उद्यमशील, प्रगतिशील, व्यावहारिक और मेहनती नागरिक महाराष्ट्र की बड़ी ताकत हैं और आइए हम सब मिलकर महाराष्ट्र को समृद्ध और मजबूत बनाएं।



राज्यपाल ने प्रदेशवासियों को महाराष्ट्र दिवस और मजदूर दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने महाराष्ट्र के निर्माण के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। राज्यपाल ने अपने शुभकामना संदेश में कहा, सामाजिक सुधारों में महाराष्ट्र सदैव अग्रणी रहा है। महाराष्ट्र में वीर महापुरुषों की एक समृद्ध विरासत है, जिन्होंने सामाजिक समानता, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और अंधविश्वासों के उन्मूलन के लिए अपने जीवन का बलिदान दिया।

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की विविधता के माध्यम से पूरे भारत को देखा जा सकता है। महाराष्ट्र देश में सबसे अधिक साक्षरता दर वाले राज्यों में से एक है। राज्य में व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के उच्च गुणवत्ता वाले विश्वविद्यालय एवं शैक्षणिक संस्थान हैं। आश्चर्यजनक विस्तृत समुद्र तटों, पर्वत श्रृंखलाओं, जंगलों, किलों, नदी घाटियों और पठारों जैसी प्राकृतिक सुंदरता से समृद्ध, महाराष्ट्र जैव विविधता से समृद्ध सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है।

राज्यपाल ने कहा कि कृषि, औद्योगिक उत्पाद, व्यापार, संचार आदि के क्षेत्र में देश के अग्रणी राज्यों में से एक महाराष्ट्र देश की आर्थिक महाशक्ति है और देश के बुनियादी ढांचे के विकास में महाराष्ट्र ने हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पुणे, नागपुर, कोल्हापुर, नासिक, छत्रपति संभाजीनगर, सोलापुर आदि शहरों ने राज्य के विकास में बहुत योगदान दिया है।



राज्यपाल ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र में नियमित चुनाव लोकतंत्र का उत्सव है। लोकतंत्र को बनाए रखने और मजबूत करने के लिए नागरिक भागीदारी महत्वपूर्ण है। देश में इस वक्त लोकसभा के चुनाव चल रहे हैं। इस अवसर पर राज्यपाल ने अपील की कि लोकतंत्र के इस उत्सव में सभी मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करें।



इस अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, स्थानीय जन प्रतिनिधि, मुख्य सचिव नितिन करीर, पुलिस महानिदेशक रश्मी शुक्ला, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, विभिन्न देशों के उच्चायुक्त, महावाणिज्य दूतावास के प्रतिनिधि और नागरिक उपस्थित थे।



हिन्दुस्थान समाचार/राजबहादुर/सुनीत