उज्जैन, 27 नवंबर (हि.स.)। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग भगवान महाकाल की कार्तिक-अगहन मास में निकलने वाली सवारियों के क्रम में आज (सोमवार) शाम को दूसरी सवारी धूमधाम से निकाली जाएगी। सवारी अवंतिका नाथ चांदी की पालकी में सवार होकर नगर भ्रमण करेंगे और अपनी प्रजा का हाल जानेंगे। इस दौरान भगवान महाकाल दो स्वरूपों में भक्तों को दर्शन देंगे। भगवान महाकाल की सवारी में लाखों की संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे।



महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि महाकालेश्वर मंदिर के सभा मंडप में सायंकाल 3:30 बजे भगवान महाकाल का विधिवत पूजन किया जाएगा। इसके बाद भगवान चंद्रमौलेश्वर को रजत पालकी में सवार करने के बाद शाम 4 बजे भगवान महाकाल की पालकी शाही ठाठ-बाट के साथ नगर भ्रमण के लिए रवाना होगी। मंदिर के मुख्य द्वार पर सशस्त्र बल की टुकड़ी अवंतिका नाथ को सलामी देगी। इसके बाद सवारी शिप्रा तट की ओर रवाना होगी। सवारी में भगवान चंद्रमौलेश्वर और मनमहेश स्वरूप में श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे। सवारी महाकाल मंदिर से शुरू होकर कोट मोहल्ला, गुदरी चौराहा, बक्शी बाजार, कहारवाड़ी, रामानुजकोट होते हुए मोक्षदायिनी शिप्रा के रामघाट पहुंचेगी।

उन्होंने बताया कि रामघाट पर पुजारी शिप्रा जल से भगवान महाकाल का अभिषेक कर पूजा-अर्चना करेंगे। पूजन पश्चात सवारी शिप्रा के राणोजी छत्री घाट के रास्ते शिप्रा के छोटे पुल होते हुए गणगौर दरवाजा से नगर प्रवेश करेगी। इसके बाद कार्तिक चौक, ढाबारोड, टंकी चौराहा, छत्रीचौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार, गुदरी चौराहा होते हुए पुन: महाकालेश्वर मंदिर पहुंचेगी। सवारी में पुलिस बैंड, घुड़सवार दल, सशस्त्र पुलिस बल के जवान आदि शामिल होंगे।