मप्र में वेद की ज्ञान धारा को जानने के लिए शुरू हो रहा दो दिनी 'वेदान्त पर्व' आज है पहला दिन

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भोपाल, 26 फरवरी (हि.स.)। किसी भी मनुष्य में जब वेदान्त की समझ विकसित हो जाती है, तब उसे अपने को जानने के लिए किसी दूसरे के सहारे की आवश्यकता नहीं होती। ज्ञान की अनन्त धराएं आपके स्व से स्वत: ही स्फुरित होती हुई अनुभूत होती हैं। इसी वेदान्त की दृष्टि को समझाने के लिए आज यानी सोमवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में दो दिवसीय आयोजन रखा गया है। 'एकात्म पर्व' के इस आयोजन में न्यूयॉर्क वेदांत सोसाइटी के रेसीडेंट मिनिस्टर, प्रखर वेदांत वक्ता स्वामी सर्वप्रियानन्द जी 'एकात्मता ' विषय पर विचार प्रस्तुत करेंगे।





इसके साथ ही संगीत से हमारी भाव धारा को आध्यात्म से जोड़ने के लिए विशेष प्रस्तुति शास्त्रीय संगीत में लोकप्रिय बाल गायिका सूर्यगायत्री एवं राहुल आर वेल्लाल आदि शंकराचार्य द्वारा रचित स्तोत्र की संगीतमय प्रस्तुति देंगे। इसके साथ ही संस्कृति विभाग के इस कार्यक्रम में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व धर्मेंन्द्र सिंह लोधी मुख्य अतिथि हैं।





इस संबंध में पर्यटन विभाग के मुख्यसचिव एवं आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास के न्यासी सचिव शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि एकात्मता विषय पर केन्द्रित आयोजन 26-27 फरवरी को भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार (मिंटो हॉल) में शाम 6 बजे से प्रारंभ होगा। एकात्मकता के संकल्प के साथ आयोजन का उद्देश्य यही है कि श्रवण, मनन एवं निदिध्यासन द्वारा जीव, जगत और ईश्वर के मूलभूत एकात्म भाव को आत्मसात करेंगे। एक प्रबुद्ध व्यक्ति बनकर आदर्श समाज, उन्नत राष्ट्र और मंगलमय विश्व का निर्माण करेंगे।





उल्लेखनीय है कि कार्यक्रम के समापन के पूर्व अंत में जिज्ञासा समाधान सत्र यहां रखा गया है, जिसमें मुख्यवक्ता द्वारा पूछे गए सभी प्रश्नों के उत्तर दिए जाएंगे। । जिन स्वामी सर्वप्रियानन्द जी के द्वारा यहां पहले दिन ज्ञान मिलेगा, आपको बता दें कि वह भारत की सनातन ज्ञान परंपरा के अग्रदूत हैं। 1994 में रामकृष्ण मठ में सम्मिलित होने के बाद 2004 में संन्यास प्राप्त करने वाले सर्वप्रियानन्द के अपने तर्कों और सटीक संदर्भों से परिपूर्ण धाराप्रवाह व्याख्यान विश्व भर में युवा पीढ़ी के बीच लम्बे समय से दे रहे हैं और उन्हें वेदान्त की ओर आकर्षित करने में सफल हुए हैं।





स्वामी जी पिछले सात साल से न्यूयॉर्क की वेदांत सोसाइटी के रेसीडेंट मिनिस्टर हैं। स्वामी जी 2019-2020 के दौरान हार्वर्ड डिविनिटी स्कूल में नग्राल फेलो भी रहे। साथ ही उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय सहित टेड-एक्स, सैण्ड, गूगल टॅाक आदि दुनिया भर के कई प्रतिष्ठित मंचों पर अपने विचार रखें हैं। आयोजन सभी आयु-वर्ग के नागरिकों की सहभागिता के लिए खुला हुआ है।

हिन्दुस्थान समाचार/ मयंक/मुकुंद