भोपाल, 18 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश में नई सरकार गठन के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारियां चल रही हैं। डॉ. मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाने के बाद भाजपा नेतृत्व पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बड़ी जिम्मेदारी दे सकता है। दरअसल, उन्हें पार्टी नेतृत्व ने दिल्ली बुलाया है। शिवराज सोमवार शाम को दिल्ली जाएंगे। वे वहां पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करेंगे। चुनाव परिणाम के बाद शिवराज का यह पहला दिल्ली दौरा होगा।

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को विधानसभा में मीडिया से बातचीत करते हुए आने वाली भूमिका को लेकर कहा कि भाजपा एक मिशन है और यह पार्टी तय करती है कि आप कहां काम करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य लोकसभा की 29 सीट जीतना है। मैंने 17 साल से ज्यादा प्रदेश की सेवा की है, लेकिन स्वाभाविक रूप से एक राज्य के नागरिक के नाते की है। डॉ. मोहन यादव और ज्यादा बेहतर विकास के आयाम स्थापित करें।

उन्होंने कहा कि आज विधानसभा में बड़ा सुखद वातावरण रहा। यह पीढ़ी परिवर्तन का दौर है। पीढ़ी परिवर्तन है और डॉ. मोहन यादव मुख्यमंत्री हैं। उमंग सिंगार नेता प्रतिपक्ष हैं। इसे सकारात्मक रूप से लेना चाहिए।

वहीं, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि विधानसभा सत्र में नवनिर्वाचित सदस्यों ने मेरे साथ शपथ ग्रहण की है। प्रशासनिक व्यवस्था अच्छी चले, इसके लिए सभी नवनिर्वाचित सदस्यों का प्रशिक्षण कराया जाएगा, ताकि सदन की कार्रवाई बेहतर ढंग से चल सके। उन्होंने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि विपक्ष सकारात्मक रवैये के साथ विधानसभा की कार्यवाही में सहयोग प्रदान करे और बेहतर योजनाओं के क्रियान्वयन के साथ मध्य प्रदेश को नई ऊंचाइयों पर ले जाए।

गौरतलब है कि दिल्ली में रविवार की रात पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ बैठक भी हो चुकी है, जिसमें तय किया गया है कि लोकसभा चुनाव तक मंत्रिमंडल का स्वरूप छोटा ही होगा। जिसकी अहम वजह राज्य पर अनावश्यक वित्तीय बोझ को भी कम करना बताई जा रही है। बैठक में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद थे। मंत्रिमंडल गठन को लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि यह राष्ट्रीय नेतृत्व तय करेगा कि कौन-कौन मंत्री मध्य प्रदेश में बनेंगे। राष्ट्रीय संगठन स्तर पर इसकी तैयारी चल रही है।