जिला सलाहकार समिति ने उधमपुर में पीसी एंड पीएनडीटी अधिनियम के कार्यान्वयन की समीक्षा की

District Advisory Committee reviewed the implementation


उधमपुर, 02 मार्च (हि.स.)। उपायुक्त उधमपुर सलोनी राय ने पीसी एंड पीएनडीटी अधिनियम व नैदानिक स्थापना पंजीकरण और विनियमन अधिनियम, 2010 के कार्यान्वयन का मूल्यांकन करने हेतु जिला सलाहकार समिति की बैठक की अध्यक्षता की।



बैठक में अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त घन श्याम सिंह, डीआईओ उधमपुर राजिंदर कुमार डिगरा और अन्य अधिकारियों के अलावा जिला सलाहकार समिति के सदस्य उपस्थित थे।



शुरुआत में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल मन्हास ने जिले में अल्ट्रासाउंड क्लीनिकों की वर्तमान परिचालन स्थिति पर एक विस्तृत पावरपाॅइंट प्रस्तुति दी। डॉ. मन्हास ने अध्यक्ष को क्लिनिक पंजीकरण प्रक्रिया, मानदंडों और दुरुपयोग के मामलों में रद्द करने प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी दी एवं जिले में लिंग अनुपात में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया जो राष्ट्रीय औसत से नीचे है।



गहन चर्चा के बाद डीसी ने संबंधित अधिकारियों को लिंग निर्धारण और कन्या भू्रण हत्या की अवैध प्रथाओं को रोकने के लिए इन केंद्रों का औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया। सीएमओ को महिलाओं से संबंधित मुद्दों पर लोगों को शिक्षित करने के लिए बीएमओ के सहयोग से ब्लाॅक स्तर पर जागरूकता और संवेदीकरण सत्र/शिविर आयोजित करने का काम सौंपा गया। साथ ही डीसी ने सीएमओ को महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए पोषण दिवस पर आंगनबाडी केंद्रों में विशेष शिविर लगाने का निर्देश दिया।



नशीली दवाओं की लत को फैलाने के लिए दुरुपयोग को रोकने हेतु नशा मुक्ति केंद्रों की सख्त और मजबूत निगरानी के लिए आवश्यक उपायों पर भी जोर दिया गया। डीसी ने विभिन्न मुद्दों पर जनता को जागरूक करने और जिला प्रशासन की विभिन्न पहलों को फैलाने में सहायता करने के लिए गैर सरकारी संगठनों से सक्रिय समर्थन मांगा।



सीएमओ को आवश्यक औपचारिकताएं पूरी करने पर क्लिनिकल प्रतिष्ठानों को अंतिम पंजीकरण देने का निर्देश दिया गया। सीएमओ को पंजीकृत और अपंजीकृत दोनों नैदानिक प्रतिष्ठानों का निरीक्षण करने और नैदानिक स्थापना अधिनियम में उल्लेखित किसी भी डिफॉल्टर पर जुर्माना और दंड लगाने का काम सौंपा गया।



हिन्दुस्थान समाचार/रमेश/बलवान