नयी दिल्ली: लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा चुन-चुनकर लोगों की हत्या की घटनाओं पर चिंता जताते हुए सोमवार को सरकार से इस विषय पर सदन में विस्तार से चर्चा कराने की और बयान देने की मांग की।

चौधरी ने शून्यकाल में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि कश्मीर घाटी में बेगुनाह लोगों की हत्या का सिलसिला नहीं थम रहा। उन्होंने कहा, ‘‘कभी आतकियों की गोली से, कभी फौजियों की गलती से बेगुनाह लोग मारे जा रहे हैं।’’

उन्होंने दावा किया कि सरकार ने इस सदन में पूरे विश्वास के साथ कहा था कि अनुच्छेद 370 के समाप्त होने के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) और अक्साई चिन पर कब्जा किया जाएगा।

चौधरी ने कहा कि लेकिन घाटी से कश्मीरी पंडितों को पलायन करना पड़ रहा है और आतंकवादियों द्वारा चुन-चुनकर लोगों को निशाना बनाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि इस विषय पर सदन में विस्तार से चर्चा होनी चाहिए और सरकार को बयान देना चाहिए।

नेशनल कॉन्फ्रेंस के हसनैन मसूदी ने शून्यकाल में कहा कि हाल में हुए एक सम्मेलन में यह बात सामने आई कि जम्मू कश्मीर में फेफड़ों की गंभीर बीमारियों के अनेक मामले हैं और यहां तक कि श्रीनगर में फेफड़े के कैंसर के मामले देश में सर्वाधिक हैं।

उन्होंने कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है, जिसका विस्तार से अध्ययन किया जाना चाहिए और ऐसे मामलों को समय पर रोकने के लिए प्रयास होने चाहिए।

मसूदी ने यह भी कहा कि श्रीनगर के आसपास बड़ी संख्या में सीमेंट के कारखाने होने और चूना पत्थर का खनन होने से इन मामलों का कोई लेनादेना तो नहीं, यह भी अध्ययन में पता लगाया जाना चाहिए।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के निशिकांत दुबे ने झारखंड में अवैध बांग्लादेशियों के बसने का मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि झारखंड के मुख्यमंत्री का अवैध घुसपैठियों को समर्थन मिल रहा है। उन्होंने केंद्र से हस्तक्षेप करने की अपनी मांग दोहराई।

भाजपा के दुष्यंत सिंह ने शून्यकाल में राजस्थान में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के क्रियान्वयन का मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि राज्य सरकार इस दिशा में बहुत खराब काम कर रही है और केंद्र सरकार को हस्तक्षेप करना चाहिए ताकि प्रदेश के सभी जिलों में मिशन का काम अच्छे से हो।