भारत विकास परिषद कठुआ ने निःशुल्क नेत्र एवं स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया

Kathua/BVP/Organised free eye/health checkup camp


कठुआ 12 मार्च (हि.स.)। भारत विकास परिषद कठुआ ने स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा एवं आयुष विभाग के सहयोग से आयुष्मान आरोग्य मंदिर कुमरी में एक निःशुल्क नेत्र एवं स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया।



इस आयोजन का उद्देश्य सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली वंचित आबादी को आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान करना था। राजकीय मेडिकल कॉलेज कठुआ की सर्जन डॉ. अनुराधा भारती नेत्र रोग विशेषज्ञ ने तकनीकी कर्मचारियों के साथ क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों के लगभग 150 रोगियों की जांच की और दृष्टि संबंधी कई समस्याओं का समाधान किया। नेत्र रोग विशेषज्ञ द्वारा बताई गई मरीजों को मुफ्त दवाएँ, आई ड्रॉप और मल्टीविटामिन गोलियाँ प्रदान की गईं। इसके अतिरिक्त अपवर्तक त्रुटियों वाले रोगियों को उनकी मृत पत्नियों की याद में बीवीपी कठुआ के केके परगाल और दित्त कुमार द्वारा प्रायोजित मुफ्त चश्मे वितरित किए जाएंगे। केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के आयुष विभाग ने शिविर के दौरान मुफ्त स्वास्थ्य जांच की पेशकश करते हुए अपनी सेवाएं दीं।

डॉ. शिवानी महाजन (बीएएमएस) ने लगभग 100 रोगियों की जांच की और मानार्थ दवाएं वितरित कीं। बीवीपी कठुआ शाखा के अध्यक्ष अशोक गुप्ता ने एक दशक से अधिक समय से इस तरह के मुफ्त नेत्र और स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित करने के लिए संगठन की चल रही प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। ये शिविर उन क्षेत्रों में सेवा प्रदान करते हैं जहां चिकित्सा सहायता आसानी से उपलब्ध नहीं है, खासकर दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों में। इसके अलावा भारत भूषण शर्मा प्रांत अध्यक्ष बीवीपी की अध्यक्षता में क्षेत्र के जरूरतमंद व्यक्तियों के बीच मुफ्त कपड़े वितरित किए गए। डीडीसी सदस्य सुषमा देवी ने इस नेक काम के लिए ऐसे दूरस्थ और ग्रामीण क्षेत्र का चयन करने के लिए बीवीपी की सराहना की। शिविर के सफल क्रियान्वयन का श्रेय पूर्व सरपंच नवाब दीन और क्षेत्र के पंचों की टीम के अथक प्रयासों को दिया गया। इस कार्यक्रम में प्रोफेसर डॉ. राम मूर्ति शर्मा (संरक्षक), कुलदीप गोस्वामी (सचिव), और दित्त कुमार शर्मा (कोषाध्यक्ष), गंधर्ब सिंह काटल, खेम राज, शिव दर्शन सिंह, केके परगाल, पवन शर्मा, राम रतन सहित अन्यों ने भाग लिया। शिविर का आरंभ वंदे मातरम् के गायन से हुआ जबकि समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।



हिन्दुस्थान/समाचार/सचिन/बलवान