हैदराबाद : नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने बृहस्पतिवार को सरकार, शिक्षा जगत और उद्योग के बीच व्यापक स्तर पर विचार-विमर्श की आवश्यकता बतायी।

इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) के ऑनलाइन कार्यक्रम के ‘उच्च शिक्षा संवाद’ विषय पर एक सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने सभी तक उच्च शिक्षा की पहुंच बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

कार्यक्रम का आयोजन नीति आयोग के सहयोग से किया गया।

कुमार ने कहा, ‘‘ आज की तुलना में सरकार, शिक्षा जगत और उद्योग के बीच कहीं अधिक विचार-विमर्श की जरूरत। हमें मंच बनाने होंगे और यहीं पर आईएसबी और नीति आयोग को सहयोग करना चाहिए। हमने विश्वविद्यालयों के बीच यह शुरू किया है। लेकिन इसे और गतिशील बनाने की जरूरत है....।’’

उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में बड़ी जिम्मेदारी शैक्षणिक संस्थानों के पास है।

कुमार ने कहा, ‘‘हमें ऐसी स्थिति तैयार करने की जरूरत है जहां हम तीनों पक्षों (सरकार, शिक्षा जगत और उद्योग) के बीच विश्वास के आधार पर एक मंच तैयार कर सकें और यही वह भरोसा है जो कहता है कि हम सभी एक ही राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए काम कर रहे हैं।’’

नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा कि देश में कुल दाखिला अनुपात 27 प्रतिशत है जबकि दुनिया में यह औसतन 37 प्रतिशत है।

उन्होंने कहा कि देश के लोगों के लिए उच्च शिक्षा तक पहुंच सुनिश्चित की जानी चाहिए। यह आश्चर्य की बात है कि उच्च शिक्षा में दाखिलों की दर पिछले तीन या चार वर्षों से स्थिर है।