इसलिए आज 21वीं सदी के भारत के लिए परिवारवाद से मुक्ति, परिवारवादी पार्टियों से मुक्ति एक संकल्प भी है और एक नैतिक आंदोलन भी है। जहां-जहां परिवारवादी पार्टियां हटी हैं, उनका अस्त हुआ है तो वहां-वहां विकास के रास्ते भी खुले हैं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

इनकी राजनीति सिर्फ़ इस बात पर केंद्रीत होती है कि एक परिवार लगातार किसी भी तरह सत्ता पर कब्ज़ा करके लूट सके तो लूटता रहे: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

परिवारवाद की पार्टियां सिर्फ़ अपना विकास करती है। अपने परिवार की सदस्यों की तिजोरियां भरती हैं। इन परिवारवाद पार्टियों को गरीब के दर्द की चिंता नहीं होती है..: हैदराबाद के बेगमपेट एयरपोर्ट पर बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

परिवारवाद की वजह से देश के युवाओं और प्रतिभाओं को देश की राजनीति में आने का अवसर भी नहीं मिलता है। परिवारवाद उनके हर सपने को कुचलता है। उनके लिए हर दरवाजे को बंद करता है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, हैदराबाद