योग के कारण अभी तक जीवित हूँ : पूर्व मूख्यमंत्री शान्ता कुमार

shanta kumar : alive due to yog in life


पालमपुर, 24 फरवरी (हि. स.)। पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री शान्ता कुमार ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायधीश चन्द्रचूड ने सर्वोच्च न्यायालय परिसार में आयुष विभाग के स्वास्थ्य केन्द्र का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा वे शाकाहारी है। प्रातःकाल उठ कर योग करते है। आयुर्वेद पर उनका भरोसा है। यह सब पढ़ कर प्रसन्नता हुई। मैं उन्हें बहुत बहुत बधाई देता हूूं।



शान्ता कुमार ने शनिवार को एक बयान में कहा कि भारत के ऋषि मुनियों ने विश्व मानव को योग का एक बहुत बड़ा वरदान दिया है। योग केवल आसन या व्यायाम नही, योग आसन, प्राणायाम और ध्यान को मिला का जीवन जीने की एक बहुत बड़ी कला है। स्वामी रामदेव और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयत्न से 16 जून को अन्तर्राश्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है और पूरा विश्व योग मय हो जाता है।



शान्ता कुमार ने कहा मेरा सौभाग्य है कि पिछले 50 वर्षों से योग मेरे जीवन का आवष्यक हिस्सा बना है। उसी के कारण आज 90 वर्ष की आयु में भी मैं स्वस्थ और प्रसन्न जीवन व्यतीत कर रहा हूं। जीवन के लम्बे 70 वर्ष राजनीति में लगाये। 19 वर्ष की आयु में जेल चला गया। तीन बार लगभग तीन वर्ष जेलों में काटे। कठिन संघर्श मय 70 वर्ष राजनीति में लगाये। जीवन भर चलता ही रहा न थका न रूका और न ही कभी कहीं झुका। इतना ही नही इस व्यस्त और संघर्ष मय जीवन में भी हिन्दी में 20 पुस्तकें लिखी। इस सबके बाद भी आज 90 वर्ष की आयु में मैं केवल योग के कारण स्वस्थ जीवन जी रहा हूँ। मुझे योग का इतना अधिक लाभ हुआ इसीलिये कायाकल्प की स्थापना की। देश विदेश के हजारों लोग स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं। सभी से आग्रह है योग को जीवन का हिस्सा बनायें।



हिन्दुस्थान समाचार/सुनील/उज्जवल