शिमला,  हिमाचल प्रदेश की सभी 68 विधानसभा सीटों के लिए शनिवार सुबह आठ बजे शुरू हुए मतदान के महज दो घंटे के भीतर मतदान केन्द्रों पर लोगों की लंबी कतारें नजर आने लगी हैं।

मौजूदा चुनाव राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि वह पुरानी परिपाटी को तोड़ते हुए राज्य में पहली बार लगातार दूसरी बार सरकार बनाने की कोशिश में जुटी है। वहीं कांग्रेस चाहती है कि राज्य की जनता पुरानी परंपरा कायम रखते हुए उसे जनादेश दे।

पर्वतीय राज्य में सुबह आठ बजे मतदान शुरू होने के बाद शुरूआत समय में मतदान की गति धीमी रही, लेकिन धूप निकलने के साथ मतदाताओं की संख्या भी बढ़ने लगी है। आज मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ है और शाम पांच बजे तक चलेगा।

आज सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के मतदाताओं से पूरे उत्साह के साथ ‘लोकतंत्र के पर्व’ में हिस्सा लेने और विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड मतदान करने का आग्रह किया।

पहली बार वोट डाल रहे युवा मतदाताओं को शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हिमाचल प्रदेश की सभी विधानसभा सीटों के लिए आज मतदान का दिन है। देवभूमि के समस्त मतदाताओं से मेरा निवेदन है कि वे लोकतंत्र के इस उत्सव में पूरे उत्साह के साथ भाग लें और वोटिंग का नया रिकॉर्ड बनाएं। इस अवसर पर पहली बार वोट देने वाले राज्य के सभी युवाओं को मेरी विशेष शुभकामनाएं।’’

लोगों से बड़ी संख्या में वोट डालने की अपील करते हुए हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हर वोट समृद्ध हिमाचल का निर्माण करेगा।

ठाकुर ने ट्वीट किया, “प्रिय प्रदेशवासियों आज मतदान का दिन है। हिमाचल के सभी मतदाताओं से मेरा विनम्र आग्रह है कि पूरे उत्साह के साथ लोकतंत्र के इस महापर्व में भाग लें। भारी संख्या में मतदान करें, आपका एक मत समृद्ध हिमाचल का निर्माण करेगा।”



राज्य में 55 लाख से ज्यादा पात्र मतदाता हैं और 68 सीटों पर 412 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में 24 महिला प्रत्याशी भी हैं। आज हो रहे चुनाव में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह और भाजपा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती प्रमुख उम्मीदवारों में शामिल हैं।

हिमाचल प्रदेश में मतदान करने के लिए पात्र मतदाताओं में से 28,54,945 पुरुष और 27,37,845 महिलाएं हैं।

मतदान से पहले चुनाव अधिकारियों ने सभी मतदान केन्द्रों पर ईवीएम की जांच के लिए ‘मॉक मतदान’ भी किया।

हिमाचल प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी महेश गर्ग ने कहा कि मतदन के लिए पूरी तैयारी है। उन्होंने पीटीआई/भाषा से कहा, ‘‘मतदान कर्मियों की सभी 7,884 टीम अपने-अपने मतदान केन्द्रों पर पहुंच गयी हैं और मतदान कराने के लिए तैयार हैं। उनके साथ सुरक्षा बलों के कर्मी भी हैं। (विधानसभा चुनाव के लिए) करीब 50,000 मतदान कर्मियों और करीब 25,000 सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है।”

चुनाव आयोग ने राज्य में कुल 7,884 मतदान केन्द्र बनाए हैं जिनमें राज्य के सुदूर इलाकों में स्थित तीन सहायक मतदान केन्द्र भी शमिल हैं। कुल मतदान केन्द्रों में से 789 संवेदनशील और 397 अति संवेदनशील श्रेणी में हैं।

चुनाव आयोग ने सबसे अधिक ऊंचाई पर मतदान केंद्र लाहौल-स्पिति जिले के ताशिगांग, काजा में बनाया है जो 15,256 फुट की ऊंचाई पर है। यहां पर 52 पात्र मतदाता हैं।

राज्य में 2017 में हुए पिछले चुनाव में रिकॉर्ड 75.57 प्रतिशत मतदान हुआ था।

राज्य में भाजपा और कांग्रेस के अलावा अरविंद केजरीवाल नीत आम आदमी पार्टी भी चुनाव मैदान में है। आप ने 68 में से 67 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं जबकि मायावती नीत बहुजन समाज पार्टी (बसपा) 53 सीटों पर मैदान में है।