World Bicycle Day 2021: आज के समय में ज्यादातर लोग कार, स्कूटी और बाइक चलाना पसंद करते हैं लेकिन क्या आपको पता है साइकिलिंग (Cycling) करने से आप न केवल हेल्दी रह सकते हैं बल्कि यह आपको जवां (Young) रखने में भी मदद करता है।

योग और एक्सरसाइज की तरह की साइकिलिंग करना भी एक फिजिकल एक्टिविटी है जिससे हार्ट और फेफड़े दोनों स्वस्थ रहते हैं. सिर्फ इतना ही नहीं सुबह के समय साइकिलिंग करने से शरीर में दिनभर एनर्जी बनी रहती है और रात को बहुत अच्छी नींद आती है। 

आज दुनियाभर में विश्व साइकिलिंग दिवस मनाया जा रहा है. आइए इस अवसर पर जानते हैं साइकिलिंग करने से आपको किस तरह से फायदा पहुंच सकता है।

जवां दिखने में करेगा मदद

एक्सरसाइज के तौर पर ही कुछ घंटे साइकिलिंग करने से ब्लड सेल्स और स्किन में ऑक्सीजन की पर्याप्त पूर्ति होने से त्वचा सेहतमंद और ग्लोइंग होती है, साइकिलिंग करने से आप काफी यंग नजर आएंगे।

रात को आएगी अच्छी नींद

अगर आप सुबह सुबह कुछ देर तक साइकिलिंग करतें हैं, तो रात को आपको अच्छी नींद आएगी, वैसे तो सुबह-सुबह साइकिल चलाने से आपको थोड़ी थकान महसूस हो सकती है, लेकिन वह कुछ देर की ही होगी।

उसके बाद सारा दिन एनर्जी से भरा रहेगा।

बीमारियों से रहेंगे दूर
साइकिल चलाने से बॉडी के इम्यून सेल्स ज्यादा एक्टिव रहते हैं और ऐसे में व्यक्ति कम बीमार पड़ता है।

सेक्स पावर में बढ़त
साइकिलिंग करने से बॉडी की तमाम मशल्स हेल्दी और मजबूत हो जाती हैं जिससे सेक्सुअल पावर भी बढ़ती है, ऐसे में व्यक्ति फिजिकली ज्यादा एक्टिव रहता है.

बढ़ेगी मेमोरी
साइकिलिंग करने वालों के ब्रेन सेल्स काफी ज्यादा एक्टिव रहते हैं. उनकी मेमोरी आम लोगों की तुलना में ज्यादा होती है।

साइकिलिंग करने से बॉडी में नए ब्रेन सेल्स भी बनते रहते हैं.

हार्ट रहता है हेल्दी
साइकलिंग करने से हार्ट स्वस्थ रहता है, साइकिलिंग करने से पूरे बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से होता है.

वजन घटाने में मददगार
नियमित रूप से साइकिलिंग जैसी एक्‍सरसाइज करने से शरीर में कैलोरी और फैट कम करने में मदद मिलती है जिससे फिगर स्लिम रहता है और वजन नहीं बढ़ता।

फेफड़े होते हैं मजबूत

साइकिलिंग करते समय आप सामान्‍य की तुलना में गहरी सांसें लेते हैं और ज्‍यादा मात्रा में ऑक्‍सीजन ग्रहण करते हैं इसके चलते शरीर में रक्‍त संचार भी बढ़ जाता है और साथ ही फेफड़ों के अंदर तेजी से हवा अंदर और बाहर होती है।

इससे फेफड़ों की क्षमता में भी सुधार होता है और फेफड़ों में मजबूती आती है।

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. नेशनल दुनिया इनकी पुष्टि नहीं करता है । इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)