कोरोना के दौर में इम्यूनिटी (Immunity) को स्ट्रांग करने के लिए लोग इन दिनों हल्दी (Turmeric) का सेवन काफी मात्रा में कर रहे हैं. क्योंकि हल्दी में एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं जो बीमारियों (Diseases) से बचाने में शरीर की मदद करते हैं । लेकिन गर्मी के इस मौसम में हल्दी का ज्यादा सेवन करना आपके लिए फायदेमंद हो या न हो, नुकसानदायक ज़रूर हो सकता है ।

दरअसल हल्दी की तासीर काफी गर्म होती है और गर्मी के दिनों में इसका ज्यादा सेवन करने से शरीर को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. आइये जानते हैं इसके बारे में.

पेट में दिक्कत

गर्मी के दिनों में हल्दी का ज्यादा सेवन करने से पेट में जलन, सूजन और ऐंठन जैसी दिक्कतें होने का खतरा रहता है, हल्दी की सीमित मात्रा वैसे तो लंच और डिनर में सब्ज़ी के सेवन के दौरान शरीर में रोज़ाना पहुंच ही जाती है।

ऐसे में अलग से हल्दी का सेवन करने से पेट की दिक्कत हो सकती है, इसलिए गर्मी के मौसम में हल्दी का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए.

खून को पतला कर सकती है

हल्दी में खून को पतला करने के गुण होते हैं. इसके ज्यादा सेवन से खून पतला हो सकता है और इससे जहां हल्का सा कटने-छिलने से खून बहने की दिक्कत हो सकती है, तो वहीं मासिक धर्म के समय ज्यादा ब्लीडिंग होने की संभावना भी रहती है, जिससे कमज़ोरी भी आ सकती है।

हल्दी में करक्यूमिन नाम का तत्व पाया जाता है जो खून को पतला करने का काम करता है.

गर्भवती महिलाओं को हो सकता है खतरा

गर्भवती महिलाओं के लिए भी हल्दी का ज्यादा सेवन करना माँ को ही नहीं बल्कि बच्चे को भी नुकसान पहुंचा सकता है।

गर्भावस्था के शुरूआती दिनों में ब्लीडिंग हो सकती है जो मिसकैरेज की वजह बन सकती है.

पथरी हो सकती है

पथरी की दिक्कत भी गर्मी के दिनों में हल्दी का ज्यादा सेवन करने से हो सकती है, हल्दी में मौजूद ऑक्सलेट नाम का तत्व कैल्शियम को शरीर में सही तरह से घुलने नहीं देता है जिसकी वजह से पथरी होने की संभावना होती है.

उल्टी-दस्त की परेशानी हो सकती

उल्टी-दस्त की परेशानी भी हल्दी के ज्यादा सेवन से हो सकती है. इसमें मौजूद करक्यूमिन पाचन संबंधित दिक्कतों को बढ़ा सकता है जिससे उल्टी-दस्त की दिक्कत होने की संभावना रहती है।

इसलिए हल्दी का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। ( इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं । नेशनल दुनिया इनकी पुष्टि नहीं करता है,  इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।)