फरीदाबाद, 3 अप्रैल (हि.स.)। फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल के आपातकालीन विभाग में डॉक्टरों की भारी कमी है, जिसके चलते बुधवार को अस्पताल की पीएमओ डा. सविता यादव ने खुद आपातकालीन विभाग की कमान संभाली और विभाग में आने वाले मरीजों का इलाज किया।

डा. सविता यादव ने बताया कि आपातकालीन विभाग में 6 डॉक्टर होने चाहिए, लेकिन मात्र चार डॉक्टर ही आपातकालीन विभाग संभाल रहे हैं। इन डॉक्टरों को 24 घंटे ड्यूटी देनी पड़ रही है। डॉक्टरों की कमी के कारण मरीज को अकेला नहीं छोड़ा जा सकता। इसलिए आज उन्होंने खुद डीएमओ डॉ. हेमन्त अग्रवाल के साथ विभाग में आने वाले और भर्ती किए गए मरीजों का इलाज किया। सविता यादव ने बताया कि डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए उन्होंने सिविल सर्जन डॉ. विनय गुप्ता को पत्र लिखा है। जिसके बाद सिविल सर्जन द्वारा अस्पताल के आपातकालीन विभाग के लिए दो डॉक्टर दिए गए। इनमें से एक डा. हितेश नागर ने आपातकालीन विभाग में ड्यूटी ज्वाइन की। उन्होंने 24 घंटे की ड्यूटी भी दी, लेकिन एसजीएम नगर यूजीसी से आपातकालीन विभाग में तैनात किए गए दूसरे डॉक्टर गौरव ने अभी तक ड्यूटी ज्वाइन नहीं की है।

पीएमओ ने आगे कहा कि आपातकालीन विभाग में आने वाले मरीज बेहद गंभीर स्थिति में आते हैं। जिस कारण उन्हें डॉक्टर और इलाज के बिना नहीं छोड़ा जा सकता। इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने आज आपातकालीन विभाग में आने वाले मरीजों का स्वयं इलाज किया, ताकि किसी को भी बादशाह खान अस्पताल की इमरजेंसी में आकर बिना इलाज के लौटना न पड़े। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 1 अप्रैल से बादशाह खान सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में ड्यूटी ज्वाइन न करने वाले डॉ. गौरव ने फरीदाबाद के मंत्री से सिफारिश की थी कि उन्हें बादशाह खान सिविल के इमरजेंसी वार्ड में तैनात न किया जाए। इसके बाद ही अस्पताल में डॉ. गौरव की प्रतिनियुक्ति की अनुमति नहीं दी गई।



हिन्दुस्थान समाचार/मनोज/संजीव