गाजा/खान यूनिस, 10 नवंबर (हि.स.)। गाजा पट्टी के सबसे बड़े शहर गाजा सिटी के भीतर इजराइली सेना और हमास के लड़ाकों के बीच भीषण लड़ाई छिड़ी हुई है। घनी आबादी वाले जिस इलाके में हो रही है वहां से अल-शिफा अस्पताल नजदीक है। गाजा के इस सबसे बड़े अस्पताल के नीचे ही हमास का मुख्य नियंत्रण केंद्र होने का दावा इजराइली सेना ने किया है। इस अस्पताल में 10 हजार लोगों ने ने शरण ले रखी है। हजारों लोग सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए लगातार गाजा से पलायन कर रहे हैं। इजराइली हमले में जेनिन रिफ्यूजी कैंप में आग लगने और अल वालिद मस्जिद खंडहर में तब्दील हो गई।

अमेरिका और अन्य संबद्ध देशों की अस्थायी युद्धविराम की कोशिशों के बीच इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि बंधकों की रिहाई की शर्त पर ही गाजा पट्टी में युद्ध रोका जाएगा। गाजा में हमास और अन्य संगठनों के पास लगभग 240 इजरायली व विदेशी नागरिक सात अक्टूबर से बंधक बने हुए हैं।



कतर और मिस्र की अगुआई में गाजा पट्टी में अस्थायी युद्धविराम की कोशिश हो रही हैं, बदले में फिलहाल 15 बंधकों को रिहाई के लिए हमास तैयार होता दिख रहा है। इन कोशिशों को अमेरिका का समर्थन प्राप्त है, लेकिन इतने कम बंधकों की रिहाई के बदले हमले रोकने के लिए इजरायल तैयार नहीं दिख रहा है।



इस बीच, फ्रांस की राजधानी पेरिस में फिलिस्तीनियों की सहायता के लिए बैठक हो रही है। इस बैठक में फिलिस्तीनी इलाकों में लगभग डेढ़ अरब डॉलर की सहायता देने पर विचार हो रहा है। यह सहायता खाद्य सामग्री, पानी, दवा और ईंधन के रूप में होगी।



गाजा सिटी के जिस अल-शिफा अस्पताल के नजदीक भीषण लड़ाई हो रही है उसका स्टाफ अस्पताल में या उसके नीचे हमास की गतिविधियां चलने से स्पष्ट इनकार करता है।



अस्पताल के निदेशक अबू सेलमिया के अनुसार, लड़ाई के चलते बड़ी संख्या में लोग घायल हो रहे हैं, अस्पताल में उनका इलाज किया जा रहा है। गाजा सिटी में छिड़ी लड़ाई के बीच वहां से बड़ी संख्या में आमजन भी निकल रहे हैं। बीते तीन दिनों में वहां से लगभग 50,000 लोग निकलकर गाजा पट्टी के दक्षिणी भाग में जा चुके हैं।



गाजा पट्टी में दो हफ्तों में 665 ट्रक राहत सामग्री पहुंच चुकी है। इसके बावजूद कई इलाकों में खाद्य सामग्री और पानी की किल्लत है। यह स्थिति इजरायली हमलों के बीच राहत सामग्री का वितरण न हो पाने के कारण है।



वेस्ट बैंक के जेनिन शहर में स्थित शरणार्थी शिविर में इजरायली सुरक्षा बलों की छापेमारी के दौरान टकराव हो जाने से गुरुवार को आठ फिलिस्तीनियों की मौत हो गई और 14 घायल हो गए।



इजराइली सेना ने कहा है कि यह छापेमारी हमास आतंकियों की तलाश में की गई थी लेकिन उसी दौरान वहां रहने वाले फिलिस्तीनी उग्र हो गए और उन्होंने सुरक्षा बलों पर हमला कर दिया, जवाबी कार्रवाई में लोगों की मौत हुई है। सात अक्टूबर के बाद से वेस्ट बैंक में इजराइली सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 173 फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है।



हिन्दुस्थान समाचार/ अजीत तिवारी/प्रभात