पंकज त्रिपाठी के फैंस के लिए एक खुशखबरी है। युवाओं के बीच एक्टर के फेम को देखते हुए, इलेक्शन कमिशन ने उन्हें नेशनल आइकन चुना है।

इस बात का ऐलान 3 अक्टूबर को मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजीव कुमार ने मतदाता जंक्शन कार्यक्रम के मौके पर इस बात का ऐलान किया।

इस अनाउंसमेंट के बाद पंकज त्रिपाठी ने भी नई मिलने की खुशी जताई है और चुनाव आयोग को धन्यवाद कहा है।

आखिर क्यों बनाए जाते हैं आइकन?
लोगों को वोटिंग के प्रति जागरूक करने और वोटिंग परसेंटेज को बढ़ावा देने के लिए देश की फेमस पर्सनालिटी को नेशनल आइकन बनाया जाता है।

चुनाव आयोग का मानना है कि पंकज त्रिपाठी युवाओं के बीच बेहद पॉपुलर हैं, इसलिए वो लोगों को वोटिंग राइट्स के प्रति जागरूक करेंगे। एक्टर को इससे पहले चुनाव आयोग द्वारा बिहार का आइकन बनाया गया था।

नेशनल आइकन बनने पर पंकज ने जताई खुशी

 

नेशनल आइकने बनने के बाद पंकज त्रिपाठी ने सोशल मीडिया पर चुनाव आयोग को धन्यवाद कहा है। उन्होंने लिखा- 'आभार मैं इलेक्शन कमिशन द्वरा सौंपी गई इस जिम्मेदारी को निभाने की पूरी कोशिश करूंगा।'

इतना ही नहीं एक्टर ने मीडिया से बातचीत में बताया कि ये उनके लिए एक अच्छा मौका है, वो बहुत खुश हैं कि उन्हें ये जिम्मेदारी मिली है।' इस खबर के आने के बाद से ही पंकज को बधाइयां मिल रही हैं।

फैंस अपने-अपने अंदाज में एक्टर को विश कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर एक फैन ने लिखा आभार एंव शुभकामनाएं पंकज जी।

वहीं दूसरे यूजर ने लिखा- शुभकामनाएं सर, अब जाकर असली कलाकार को असली सम्मान दिया जा रहा है, मुझे बेहद खुशी हुई।

क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी भी बन चुके हैं नेशनल आइकन
इससे पहले साल 2014 में क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा को चुनाव आयोग ने नेशनल आइकन बनाया था। हालांकि, चेतेश्वर इससे पहले खुद भी कभी वोट देने नहीं गए थे।

इसके अलावा महेंद्र सिंह धोनी को नेशनल आइकन बना चुका है, मगर वो भी कभी लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं कर पाए थे।
6 राज्यों में 7 विधानसभा सीटों पर हुई उपचुनाव की घोषणा
दरअसल चुनाव आयोग ने सोमवार को 6 राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर उप चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की।

चुनाव आयोग ने कहा कि इन 7 विधानसभा सीटों पर 3 नवंबर को उप चुनाव किए जाएंगे।

ये उपचुनाव बिहार के मोकामा और गोपालगंज, महाराष्ट्र के ईस्ट अंधेरी, हरियाणा के आदमपुर, तेलंगाना के मुनुगोडे, ओडिशा के धामनगर और उत्तर प्रदेश के गोला गोरखनाथ विधानसभा क्षेत्र में होंगे।

निर्वाचन आयोग ने कहा कि इन चुनावों की अधिसूचना 7 अक्टूबर को जारी होगी। वहीं वोट की गिनती 6 नवंबर को होगी।