नयी दिल्ली: लागत तथा परिचालन की परिस्थितियों के हिसाब से वैश्विक विनिर्माण स्थलों के मामले में 48 देशों की सूची में भारत तीसरा सबसे आकर्षक गंतव्य है। एक रिपोर्ट में यह कहा गया है। संपत्ति संबंधी परामर्श प्रदान करने वाली कंपनी कुशमैन एंड वेकफील्ड की वैश्विक विनिर्माण जोखिम सूचकांक रिपोर्ट के अनुसार, चीन और अमेरिका क्रमश: पहले तथा दूसरे स्थान पर बने हुए हैं। भारत एक स्थान की छलांग लगाकर तीसरे पायदान पर पहुंच गया है। 

कंपनी अपनी इस सालाना रिपोर्ट में यूरोप, अमेरिका और एशिया-प्रशांत के 48 देशों का स्थान निर्धारित करती है। उसने कहा कि इस बार भारत शीर्ष तीन गंतव्यों में शामिल हो गया है और यह लागत प्रतिस्पर्धात्मकता व परिचालन परिस्थितियों के लिहाज से वैश्विक विनिर्माण गतिविधियों का उभरता केंद्र है। 

कुशमैन एंड वेकफील्ड के प्रबंध निदेशक (भारत तथा दक्षिण पूर्वी एशिया) अंशुल जैन ने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी की पृष्ठभूमि में सरकार ने नये उपायों को शुरू करने के लिये अपना एजेंडा दोहराया है, जो भारत को बड़ा विनिर्माण केंद्र बनाने के लिये अधिक अनुकूल वातावरण स्थापित करने को बढ़ावा देगा।" उन्होंने कहा," इस तरह के समय में वैश्विक विनिर्माण के लिये सबसे उपयुक्त स्थानों में से भारत का तीसरे पायदान पर पहुंचना उत्साहवर्धक है।’’ 

कंपनी ने इस बार की रैंकिंग में परिचालन की परिस्थितियों तथा लागत प्रतिस्पर्धात्मकता पर गौर किया है, लेकिन उसने कोरोना वायरस महामारी के प्रभाव को गणना में शामिल नहीं किया है। इस कारण चीन पहले स्थान पर और अमेरिका दूसरे स्थान पर बना हुआ है। लागत के लिहाज से चीन और वियतनाम के बाद भारत तीसरे स्थान पर है।

हालांकि, भारत जोखिम परिदृश्य के हिसाब से 30 वें स्थान पर है। इस सूचकांक को तैयार करने में लागत कारक की गणना में इस बात पर अधिक जोर दिया जाता है कि संबंधित देश में विनिर्माण लागत में कैसी कमी आयी है। इस पैमाने पर चीन शीर्ष पर बना हुआ है, जबकि वियतनाम और भारत क्रमश: दूसरे तथा तीसरे स्थान पर हैं।