धमतरी, 4 अप्रैल (हि.स.)। धमतरी जिले में कार्यरत मनरेगा मजदूर की मजदूरी में बढ़ोतरी के साथ ही साथ अब कार्यस्थल पर बेहतर माहौल बनाने के लिए की दिशा में भी कार्य हो रहे हैं। मनरेगा स्थल पर पेयजल, छांव की व्यवस्था के साथ ही साथ अब शिशुवती महिलाओं के लिए झूलाघर की भी व्यवस्था की जाएगी। इस संबंध में जिला प्रशासन की ओर से निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं।



रोजगार गारंटी का मूल उद्देश्य है ग्रामीण इलाकों के ऐसे प्रत्येक परिवार को एक वित्तीय वर्ष के दौरान कम से कम 100 दिवस का गारंटीयुक्त रोजगार उपलब्ध कराना। साथ ही कार्य स्थल में ग्रामीण श्रमिकों के रोजगार और सुरक्षा की स्थिति को बेहतर बनाए जाने के भी कार्य कराए जा रहे हैं। ये सभी कार्य कई उद्देश्यों की पूर्ति करते हैं। भीषण गर्मी को देखते हुए जिला पंचायत सीईओ रोमा श्रीवास्तव ने सर्व जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया है कि एक अप्रैल से कार्य पर मनरेगा योजना के प्रावधान अनुरुप कार्य स्थल पर श्रमिकों को छाया व्यवस्था, पानी व्यवस्था, पांच बच्चों पर एक देखभाल के लिए महिला श्रमिक, प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधा के साथ साथ छह वर्ष से कम आयु के अधिक बच्चों के लिए झूला घर की व्यवस्था करते हुए उन्हें राहत पहुंचाएं। कार्यस्थल में काम करते हुए दिव्यांग श्रमिकों का फोटोग्राफ भी जिला कार्यालय को भेजना सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा मनरेगा में नियोजित श्रमिकों को आगामी लोकसभा चुनाव पर्व के लिए मतदाता जागरूकता की शपथ अवश्य दिलाई जाए। मालूम हो कि धमतरी जिले में तीन लाख 14 हजार से अधिक मजदूर पंजीकृत हैं। 370 ग्राम पंचायत के 624 गांव में तालाब गहरीकरण, तालाब खनन, नाली निर्माण सहित अन्य रोजगार मूलक कार्य चल रहे हैं , जहां इस आदेश के बाद मनरेगा स्थलों पर छाया, पेयजल व्यवस्था और झूलाघर की व्यवस्था की जा रही है।



हिन्दुस्थान समाचार/ रोशन सिन्हा