बेगूसराय, 27 नवम्बर (हि.स.)। बिहार के पावन गंगा तट सिमरिया में कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर स्नान करने के लिए सोमवार को बिहार ही नहीं, देेश के विभिन्न राज्यों और विदेशी श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। जिसकेेे कारण अहले सुबह से ही बरौनी जीरोमाइल से लेकर सिमरिया पुल तक एनएच-31 पर काफी भीड़ रही।



पूर्णिमा के मौके गंगा स्नान कर शारीरिक, मानसिक सुख और मोक्ष की कामना के साथ गंगा स्नान करने के लिए रात से बिहार, बंगाल, आसाम, झारखंड, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के साथ नेपाल से भी बड़ी संख्या में साधु-संत और श्रद्धालु पहुंच गए थे। जिसके बाद रात तीन बजे से ही हर-हर गंगे के जयकारा के बीच नमामि गंगे घाट से रामघाट तक शुरू स्नान का सिलसिला लगातार जारी है।



इस दौरान पांच लाख से अधिक श्रद्धालुओं के गंगा स्नान करने का अनुमान लगाया जा रहा है। गंगा स्नान के बाद पौराणिक समय से चले आ रहे दान और पूजा की परंपरा के तहत श्रद्धालुओं ने बड़े पैमाने पर सिमरिया धाम के सभी मंदिरों में पूजा-अर्चना तथा गुरु पूजन किया। इस मौके पर सर्वमंगला सिद्धाश्रम में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी रही। गंगा स्नान के लिए उमड़ने वाली भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए थे।



एनएच के सभी चौक पर जहां पुलिस बल की व्यवस्था थी, वहीं राजेन्द्र पुल स्टेशन से लेकर गंगा घाट तक कदम कदम पर पुलिस बल तैनात किए गए थे। सदर डीएसपी अमित कुमार एवं सदर एसडीओ रामानुज प्रसाद सिंह खुद सुरक्षा व्यवस्था संभाले हुए थे। सभी वाच टावर से घाटों की निगरानी की जा रही थी। डीएम रोशन कुशवाहा एवं एसपी योगेन्द्र कुमार हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए थे। वहीं, मोटर बोट पर अनिल सहित सभी गोताखोर की टीम को तैनात किया गया था।



सर्वमंगला सिद्धाश्रम में श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए स्वामी चिदात्मन जी ने कहा कि गंगा सदैव से मोक्ष दायिनी रही है और मोक्षदायिनी रहेगी। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान और पूजन से सभी प्रकार के लोभ, मोह, ईर्ष्या और पाप का शमन होता है, लौकिक और पारलौकिक गति की प्राप्ति होती है। उसमें भी आदि कुंभा स्थली सिमरिया धाम गंगा स्नान से कई गुणा अधिक फल प्राप्त होता है। मौके पर उन्होंने श्रीमद् भागवत कथा, कार्तिक व्रत और मिथिला महात्म से श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया।



कार्तिक पूर्णिमा स्नान के साथ ही सिमरिया में चल रहा एशिया प्रसिद्ध राजकीय कल्पवास मेला का भी समापन हो गया। पूर्णिमा के शुभ मुहूर्त में मगध एवं नेपाल से आने वाले सैकड़ों भक्तों ने अपनी भगतई की सिद्धि की। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर सिमरिया के अलावा झमटिया, चमथा, सिहमा, खोरमपुर, मधुरापुर आदि गंगा घाटों पर भी लाखों श्रद्धालुओं ने स्नान किया। बाबा हरीगिरी धाम समेत तमाम मंदिरों में सुबह से ही जलाभिषेक करने वालों की भीड़ लगी रही।