योग्य शिक्षकों के लिए भाजपा ने शुरू किया डेडीकेटेड पोर्टल और हेल्पलाइन नंबर

Dedicated Portal and helplinenumber should be


कोलकाता, 09 मई (हि.स.)। भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने कथित स्कूल नौकरी घोटाले से प्रभावित योग्य उम्मीदवारों की सहायता के लिए एक समर्पित कानूनी सहायता वेबसाइट और एक हेल्पलाइन नंबर स्थापित किया है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने गुरुवार को यह जानकारी दी। हेल्पलाइन नंबर और पोर्टल बुधवार रात को सार्वजनिक किए गए। कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा की राज्य इकाई से योग्य उम्मीदवारों के लिए एक कानूनी सेल स्थापित करने के लिए कहा था।





भाजपा प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देशानुसार, पश्चिम बंगाल भाजपा उन योग्य उम्मीदवारों के साथ खड़ी होने के लिए बाध्य है, जो तृणमूल द्वारा कुछ लोगों की अवैध भर्ती के कारण प्रभावित हुए हैं। उन्होंने कहा कि कानूनी सहायता वेबसाइट ''bjplegalsupport.org'' है और हेल्पलाइन नंबर 9150056618 है। उन्होंने कहा, "एक बार हेल्पलाइन नंबर या वेबसाइट के माध्यम से शिकायत प्राप्त होने पर, हम संबंधित उम्मीदवार से बात करेंगे और उसके मामले की स्थिति पूछेंगे, जिसके बाद हम कानूनी सहायता प्रदान करेंगे।"



कलकत्ता उच्च न्यायालय ने 22 अप्रैल को पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में राज्य स्तरीय चयन परीक्षा-2016 (एसएलएसटी) की भर्ती प्रक्रिया को अमान्य घोषित करते हुए इसके माध्यम से की गई सभी नियुक्तियों को रद्द करने का आदेश दिया था। अदालत के आदेश के बाद करीब 26 हजार लोगों की नौकरी चली गई। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय के उस आदेश पर रोक लगा दी, जिसमें राज्य के स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) द्वारा सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों में की गई 25 हजार 753 शिक्षकों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों की नियुक्ति को अमान्य करार दिया गया था। हालांकि, मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने सीबीआई को अपनी जांच जारी रखने और राज्य मंत्रिमंडल के सदस्यों की भी जांच में सहयोग करने की अनुमति दी, लेकिन एजेंसी से कहा कि वह किसी संदिग्ध को गिरफ्तार करने जैसी कोई जल्दबाजी वाली कार्रवाई न करे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर स्कूली नौकरियां छीनने की साजिश रचने का आरोप लगाया था और कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर रोक लगाने के लिए सर्वोच्च न्यायालय को धन्यवाद दिया था।

हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश /गंगा