गुवाहाटी (असम):असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने हाथियों के ट्रेन की चपेट में आने के मामलों को रोकने के लिए पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) से उच्च-तकनीक का इस्तेमाल करने को कहा है।

शर्मा ने शनिवार को बुनियादी ढांचा विस्तार की विभिन्न योजनाओं पर चर्चा करने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की और उसी दौरान ये निर्देश दिए। बैठक में एनएफआर के महाप्रबंधक अंसुल गुप्ता भी मौजूद थे।

शर्मा ने बैठक के बाद ट्वीट किया, ‘‘ ‘हाथी गलियारा’ और ट्रेन की चपेट में आने से हाथियों की मौत जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। महाप्रबंधक से हमारे हाथियों को बचाने के लिए उच्च-तकनीक का इस्तेमाल करने को कहा है।’’

गौरतलब है कि असम में विभिन्न स्थानों पर रेलवे पटरियों पर गुजरते समय तेज गति वाली ट्रेनों की चपेट में आने से हाथियों के मारे जाने या घायल होने के मामले अक्सर सामने आते हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी सरकार पल्टन बाजार की ओर से गुवाहाटी रेलवे स्टेशन के लिए एक अन्य प्रवेश मार्ग बनाने के लिए एनएफआर को जमीन आवंटित करेगी।

इस बीच शर्मा ने सरकार को नीतियां बनाने में आसानी के लिए लोगों की क्षेत्र-विशिष्ट और आवश्यकता-आधारित आवश्यकताओं का अध्ययन करने की जरूरत पर बल दिया।

उन्होंने राज्य में बाढ़ संबंधी परेशानी को चिंता का प्रमुख विषय बताते हुए कहा कि दीर्घकालिक व अल्पकालिक प्रभाव को समझने की जरूरत है। साथ ही उन्होंने इस संबंध में राज्य नवाचार व परिवर्तन आयोग (एसआईटीए) की भूमिका को भी रेखांकित किया है।

ग्रामीण असम में बाढ़ व आजीविका पर इसके प्रभाव संबंधी एक रिपोर्ट जारी करने के बाद शर्मा ने कहा कि रिपोर्ट में मौजूद जानकारी कृषि तथा इसके संबद्ध क्षेत्रों पर बाढ़ के प्रभाव को कम करने के लिए सुधारात्मक कदम उठाने में सरकार की मदद करेगी।

उन्होंने इस रिपोर्ट के लिए ‘एसआईटीए’ और कपास विश्वविद्यालय का शुक्रिया भी अदा किया।