बेंगलुरु: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शुक्रवार को मंगलुरु का दौरा करने के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्दरमैया ने केंद्र सरकार के कुछ फैसलों पर निशाना साधा और पूछा कि उनके इस दौरे से विकास का रास्ता प्रशस्त होगा या विनाश का।

कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता ने ‘मोदी जवाब दीजिए’ के हैशटैग के साथ सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा दक्षिण कन्नड़ से लोकसभा सांसद नलिन कुमार के मंगलुरु तथा इस क्षेत्र को दिए गए योगदान पर सवाल उठाया।

सिद्दरमैया ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का मंगलुरु में स्वागत है। क्या आपका यह दौरा विकास लाएगा? या विनाश देखेगा? मैं आपसे आज अपने भाषण में इनका जवाब देने का अनुरोध करता हूं।’’

उन्होंने कहा कि दक्षिण कन्नड़ के उद्यमियों ने सिंडिकेट, कॉरपोरेशन, विजया, केनरा तथा कर्नाटक बैंक स्थापित किए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘श्री नरेंद्र मोदी, आपने तीन बैंकों के नाम पूरी तरह मिटा दिए। यह विकास है या विनाश?’’

कांग्रेस नेता ने ट्वीट किया, ‘‘कॉरपोरेशन बैंक के संस्थापक हाजी अब्दुल्ला (1906), सिंडिकेट बैंक के संस्थापक टीएमए पाई, उपेंद्र पाई, वमन कुदवा (1925), विजया बैंक के संस्थापक ए बी शेट्टी (1931)। इन नामों को मिटाने का आपका फैसला क्या इन महान उद्यमियों के साथ अन्याय नहीं है?’’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को मंगलुरु पहुंचे, जहां वह करीब 3,800 करोड़ रुपये की मशीनीकरण एवं औद्योगीकरण परियोजनाओं का उद्घाटन तथा शिलान्यास करेंगे। वह एक बड़ी जनसभा को भी संबोधित करेंगे।

सिद्दरमैया ने कहा कि न्यू मंगलुरु बंदरगाह पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के योगदान और पूर्व मुख्यमंत्री एमपी यू श्रीनिवास के प्रयासों का नतीजा है। इंदिरा गांधी ने 1975 में इसका उद्घाटन किया था।

उन्होंने प्रधानमंत्री पर अपने ‘‘घनिष्ठ मित्र अडानी’’ को बंदरगाह के अधिकार बेचने का आरोप लगाया।

उन्होंने पूछा, ‘‘यह आपका विकास है? या विनाश है?’’

सिद्दरमैया ने दावा किया, ‘‘बाजपे हवाई अड्डा, एनएमपीटी, एनएच-66, रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज, एमसीएफ आदि सभी में कांग्रेस का योगदान है।’’

उन्होंने पूछा, ‘‘भाजपा की कर्नाटक इकाई और सांसद नलिन कुमार कतील का क्या योगदान है? मंगलुरु डूब रहा है? साम्प्रदायिक आग भड़काना? क्या यह आपका विकास है? या विनाश है?’’