तिरुवनंतपुरम : केरल के मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने शनिवार को कहा कि व्यापक डाटाबैंक (विस्तृत आंकड़े) का अभाव केरल के अनिवासियों (एनआरके) के लिए विभिन्न कल्याणकारी कार्यक्रमों को लागू करने में एक बड़ी बाधा है।

विजयन ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित विस्तृत डाटा बैंक में केरल के सभी प्रवासियों के आंकड़े शामिल करने लिए सरकार एक वैश्विक पंजीकरण अभियान चलाएगी।

विजयन ने राज्य सरकार द्वारा आयोजित केरल के अनिवासियों के दो दिवसीय सम्मेलन 'लोक केरल सभा' को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार की योजना वर्ष 2022-23 के दौरान प्रवासन सर्वेक्षण कर मौजूदा डेटा बैंक का विस्तार करने की है।

उन्होंने सम्मेलन का बहिष्कार करने के लिए कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) की भी आलोचना की और कहा कि वे प्रवासियों के सम्मेलन से गैरहाजिर रहे जबकि प्रवासी समुदाय हमेशा केरल के विकास के लिए खड़ा होता है।

लोक केरल सभा के तीसरे संस्करण में दुनिया के 65 देशों के 180 से अधिक प्रतिनिधियों सहित कुल 351 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। केरल के अनिवासियों के एक सम्मेलन के रूप में परिकल्पित विजयन सरकार की यह एक महत्वाकांक्षी पहल है।

विजयन ने कहा,'प्रवासियों के बारे में विस्तृत जानकारी वाला एक व्यापक डेटाबैंक अभी उपलब्ध नहीं है। यह बड़े पैमाने पर उनके लिए कल्याणकारी कार्यक्रमों को लागू करने में बाधा उत्पन्न कर रहा है। केंद्र के पास भी ऐसा कोई डेटा उपलब्ध नहीं है।'