तिरुवनंतपुरम : केरल में सोना तस्करी मामले में मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के इस्तीफे की मांग को लेकर विपक्षी दलों का राज्यभर में प्रदर्शन जारी है। वहीं सत्तारूढ़ वाम प्रजातांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) ने मंगलवार को आरोप लगाया कि इन प्रदर्शनों को लोगों का समर्थन हासिल नहीं है और वे ‘आतंकी गतिविधियों’ में शामिल हैं, क्योंकि उनका हिंसक प्रदर्शन नाकाम हो गया है।

एलडीएफ के संयोजक ईपी जयराजन ने पत्रकारों से यहां कहा कि कल शाम विमान में मुख्यमंत्री के खिलाफ युवक कांग्रेस का प्रदर्शन ऐसे ‘आतंकी कृत्यों’ की नई मिसाल है।

उन्होंने पूछा कि कांग्रेस कार्यकर्ता एक विमान को प्रदर्शन का स्थल कैसे बना सकते हैं? उन्होंने इस घटना का समर्थन करने के लिए कांग्रेस नेतृत्व की आलोचना की और आरोप लगाया कि यह विमान में मुख्यमंत्री पर हमला करने का प्रयास था।

उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस नेतृत्व की साजिश थी, लेकिन यह विफल रही।

जयराजन ने मीडिया में आई उन खबरों को भी खारिज किया कि विजयन के इस्तीफे की मांग को लेकर राज्य भर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।

उन्होंने कहा, “ राज्य में लोग कोई प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं। कई जगहों पर पुलिस के बैरिकेड तोड़ने की कोशिश करने वाले आम लोग नहीं बल्कि अपराधी और कोटेशन गिरोह थे।”

एलडीएफ संयोजक ने कांग्रेस के इस आरोप को भी खारिज किया कि विमान में हिंसा में शामिल होने वाले जयराजन थे। कांग्रेस का आरोप है कि जयराजन ने विमान में युवक कांग्रेस के कार्यकर्ता को धक्का देकर गिराया था।

अपने कदम को सही ठहराते हुए, राज्य के पूर्व मंत्री ने कहा कि उन्होंने केवल प्रदर्शनकारियों का रास्ता रोककर मुख्यमंत्री को बचाने की कोशिश की और इसके लिए हवाई अड्डे के अधिकारियों और और एयरलाइन कंपनी को उन्हें धन्यवाद देना चाहिए।

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के कार्यकर्ता 'आतंकी कृत्यों' में लिप्त हैं क्योंकि उनका हिंसक प्रदर्शन बुरी तरह विफल हो गया है और उनका उद्देश्य राज्य के विकास को रोकना था।

पार्टी के वरिष्ठ नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा-आरएसएस और जमात-ए-इस्लामी हिंसक प्रदर्शन में कांग्रेस को समर्थन दे रहे हैं।

इस बीच, राज्य में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के इस्तीफे और विभिन्न स्थानों पर उनके पार्टी कार्यालयों पर हमलों के खिलाफ मंगलवार को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया।

पुलिस ने राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन के आधिकारिक आवास, छावनी हाउस के परिसर में घुसने के आरोप में माकपा की युवा शाखा डीवाईएफआई के एक कार्यकर्ता सहित तीन युवकों को हिरासत में लिया।

विपक्ष के नेता ने बाद में कहा कि वाम पार्टी के कार्यकर्ताओं की उनके आवास में घुसने के पीछे साजिश थी। सोना तस्करी मामले में मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश के मुख्यमंत्री और उनके परिवार पर आरोप लगाने के बाद से ही विजयन कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ताओं के विरोध का सामना कर रहे हैं।