तिरुवनंतपुरम, 27 नवंबर (भाषा) केरल में लातिन कैथोलिक गिरजाघर की अगुवाई में हिंसक प्रदर्शनकारियों द्वारा विझिंजम पुलिस थाने पर हमला करने के बाद जिला प्रशासन द्वारा बुलायी सुलह बैठक रविवार रात को यहां समाप्त हो गयी। गिरजाघर के प्राधिकारी प्रदर्शनकारियों को हटाने पर राजी हो गए।

केरल में अडाणी बंदरगाह के निर्माण के खिलाफ 26 नवंबर को यहां हिंसक प्रदर्शन करने के सिलसिले में एक शख्स की गिरफ्तारी के बाद रविवार रात को बंदरगाह के निर्माण का विरोध कर रही भीड़ ने विझिंजम थाने पर हमला कर दिया था।

जिलाधीश द्वारा बुलायी बैठक में शहर के पुलिस आयुक्त और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही गिरजाघर के प्राधिकारी भी शामिल हुए। यह बैठक सोमवार सुबह फिर से होगी।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) एम.आर. अजित कुमार ने मीडिया को बताया कि भीड़ ने रविवार शाम को पुलिस थाने में तोड़फोड की और पुलिसकर्मियों पर हमला किया जिसमें करीब 36 पुलिस कर्मियों को चोटें आने के बाद विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

कुमार ने मीडिया को बताया, ‘‘शाम को पुलिस थाने में भीड़ एकत्रित हो गयी और एक अन्य मामले में गिरफ्तार कुछ लोगों को रिहा करने की मांग की। उन्होंने पुलिस थाने में तोड़फोड़ की और अधिकारियों पर हमला किया। एक एसआई को पैर में फ्रैक्चर हुआ है। ऐसा लगता है कि उन्हें ईंट मारी गयी।’’

कुछ पुलिस अधिकारियों को सिर में गंभीर चोटें आयी है।

कुमार ने कहा कि पुलिस की ओर से उकसावे वाली कोई कार्रवाई नहीं की गयी और उन्होंने लाठीचार्ज करने तथा आंसू गैस के गोले छोड़ने से पहले अत्यधिक संयम बरतते हुए कानून एवं व्यवस्था की स्थित बनाए रखने की पूरी कोशिश की।

इस बीच, प्रदर्शनकारियों की ओर से सुलह बैठक में शामिल हुए फादर यूजीन पेरेरा ने मीडिया से कहा कि जनता को कोई नुकसान पहुंचाए बिना प्रदर्शनकारी हट जाएंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘आज की बातचीत अब खत्म हो गयी है। आसपास के इलाकों में एकत्रित हुए लोग जनता को कोई नुकसान पहुंचाए बिना चले जाएंगे। सुबह फिर बातचीत होगी। हमारी अधिकारियों के साथ कई बैठकें होंगी।’’

इलाके में स्थिति संवेदनशील होने के कारण केरल सरकार ने अन्य जिलों के और पुलिस अधिकारियों को भी क्षेत्र में तैनात किया है।