देहरादून, 16 अप्रैल (हि.स.)। उत्तराखंड में पांचों लोकसभा सीट के लिए पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होना है। वोटिंग के लिए प्रदेश में 11729 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। सुबह सात से शाम पांच बजे तक मतदान होगा। मतदान से 72 घंटे पहले 17 अप्रैल से प्रदेश से लगी चीन-नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को सील कर दिया जाएगा। इन सीमाओं पर किसी भी तरह की आवाजाही नहीं होगी। सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।

अंतर्राज्यीय सीमाओं पर भी बढ़ाई गई सुरक्षा-

उत्तराखंड की अंतर्राज्यीय बॉर्डर पर चेकिंग अभियान चलाया जाएगा। सभी चेक पोस्ट पर सघन चेकिंग के निर्देश दिए गए हैं। 17 अप्रैल से 19 अप्रैल तक राज्य में शराब की बिक्री नहीं होगी। मतदान के लिए सभी 13 जिलों में 293 फ्लाइंग स्क्वायड और 252 स्टेटिक्स सर्विलांस टीम तैनात की गई हैं।

तीन दिन पहले रवाना होंगी पोलिंग पार्टियां-

अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी नमामि बंसल ने बताया कि पोलिंग पार्टियों के रेंडमाइजेशन की कार्यवाही अभी जारी है। मतदान से तीन दिन पहले रवाना होने वाली वाली राज्य में 12 पोलिंग पार्टियां हैं। इसमें 11 उत्तरकाशी जिले में और एक पिथौरागढ़ जिले में हैं। 17 अप्रैल को इन सभी जगहों से 12 पोलिंग पार्टियां रवाना होंगी। इन पोलिंग पार्टियों को बुधवार सुबह सामग्री उपलब्ध करा दी जाएगी।

19 अप्रैल को उत्तराखंड में सब कुछ रहेगा बंद, लोकतंत्र में सबकी भागीदारी-

प्रत्येक व्यक्ति चुनाव में मतदान का हकदार है। लोकसभा चुनाव में कोई भी वर्ग किसी भी कारण से मतदान से वंचित न हो, इसके लिए भी व्यवस्था बनाई गई है। उत्तराखंड के सभी निजी क्षेत्र के उपक्रम, संस्था, कारोबारी, व्यवसाय औद्योगिक उपक्रम, ठेका मजदूर सहित स्थापन में काम करने वालों को सवेतन छुट्टी मिलेगी। उत्तराखंड शासन की सचिव आर मिनाक्षी सुंदरम ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी, मंडलायुक्त समेत सभी जिलाधिकारियों को पत्र जारी कर मतदान वाले दिन 19 अप्रैल को सवेतन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। इससे अधिक से अधिक मतदान करने का अवसर मिलेगा और श्रमिक भी लोकतंत्र में अपनी भागीदारी निभाएंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/कमलेश्वर शरण/रामानुज