मुरादाबाद, 26 अप्रैल (हि.स.)। 70 वर्षों से संगीत की सेवा कर रहे पीतलनगरी के वरिष्ठ संगीतज्ञ पंडित बृज गोपाल व्यास (91 वर्षीय) का गुरुवार देर रात्रि निधन हो गया। थाना कटघर क्षेत्र के पचपेड़ा यज्ञशाला निवासी व वर्तमान में दिल्ली रोड नया मुरादाबाद निवासी पंडित बृज गोपाल व्यास को संगीत विरासत के रूप में अपने पिता स्वर्गीय पंडित पुरुषोत्तम व्यास से मिला था।

बृज गोपाल पिछले 7 दशकों से संगीत की सेवा में समर्पित थे वह 16 वर्ष की अल्प आयु से हारमोनियम, सितार आदि वाद्ययंत्रों का अभ्यास कर रहे थे। निरंतर अभ्यास के कारण उनकी रुचि संगीत के क्षेत्र में तेजी से बढ़ती चली गई। उन्होंने वाद्य यंत्रों के साथ गायन भी शुरू कर दिया। 25 वर्ष की आयु तक स्व श्री व्यास ने राग यमन राग भैरवी राज समाज पर उन्होंने काफी अच्छी पकड़ बना ली थी



दिल्ली की प्राचीन रामलीला में कई वर्षों तक संगीत दिया

स्वर्गीय पंडित बृज गोपाल व्यास के परिवार में संगीत का माहौल कई पीढियां से चला आ रहा है। पंडित जी ने गायन और वादन में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल करके मुंबई आना जाना शुरू किया। मुंबई में विभिन्न फिल्म शूटिंग के दौरान कई संगीत निर्देशक पंडित बृज गोपाल व्यास से सलाह मशवरा लेते रहते थे। दिल्ली में होने वाली प्राचीन रामलीला में पंडित बृज गोपाल व्यास ने लंबे समय तक संगीत दिया। आज भी दिल्ली, मुरादाबाद के अलावा मुंबई, महाराष्ट्र, राजस्थान, हरियाणा आदि प्रदेशों में आयोजित होने वाली रामलीला के मंचों पर पंडित बृज गोपाल व्यास का नाम लिया जाता हैं। उनके संगीत की प्रस्तुति से ही रामलीला का संचालन होता है।



फिल्म अभिनेता स्व. विनोद खन्ना ने बृज गोपाल व्यास को किया था सम्मानित

स्वर्गीय पंडित बृज गोपाल व्यास के पुत्र संदीप व्यास ने बताया कि वर्ष 2002 में मुरादाबाद के चड्ढा सिनेमा में एक संगीत का भव्य कार्यक्रम आयोजित हुआ था जिसमें बेटर मुख अतिथि फिल्म अभिनेता विनोद खन्ना शामिल हुए थे विनोद खन्ना ने पंडित बृज गोपाल व्यास को सम्मानित करते हुए उनकी उपलब्धियां बताई थी।



लाइब्रेरियन होते हुए दी संगीत की शिक्षा

स्वर्गीय पंडित बृज गोपाल व्यास के पुत्र संदीप व्यास ने बताया कि उनके पिता मुरादाबाद के हिंदू कॉलेज में लाइब्रेरियन थे संगीत में महारत हासिल होने के कारण उन्होंने कालेज प्रबंधन के कहने पर संगीत और हिंदी की शिक्षा भी बच्चों को दी।



बच्चों को नि:शुल्क देते थे संगीत शिक्षा

स्वर्गीय पंडित बृज गोपाल व्यास लंबे समय से संगीत की शिक्षा दे रहे थे। जिन बच्चों को संगीत की चाह थी और संगीत की उपासना करना चाहते थे ऐसे बच्चों को वह लंबे समय से नि:शुल्क शिक्षा दे रहे थे आज भी उनके घर में कई पुराने वाद्य यंत्र मौजूद हैं। स्वर्गीय पंडित बृज गोपाल व्यास के पुत्र राजीव व्यास ने बताया कि उनके पिता गिटार को छोड़कर तबला, हारमोनियम, वीणा, गीटार आदि अनेकों महत्वपूर्ण वाद्य यंत्र का वह मनहर वादन करते रहते थे।

हिन्दुस्थान समाचार/निमित जायसवाल/बृजनंदन