झांसी, 24 मार्च (हि.स.)। लोकसभा चुनाव-2024 का आगाज हो चुका है। चुनाव आयोग ने 16 मार्च को आदर्श आचार संहिता लागू करते हुए देश भर में 7 चरणों में लोकसभा चुनाव सम्पन्न कराने की घोषणा कर दी है।

झांसी-ललितपुर संसदीय क्षेत्र समेत बुन्देलखण्ड की सभी चारों लोकसभा सीट पर मतदान 5वें चरण में 20 मई को होने हैं। इसको लेकर भारतीय जनता पार्टी ने गंभीरता दिखाते हुए झांसी-ललितपुर संसदीय क्षेत्र का उम्मीदवार आदर्श आचार संहिता के पूर्व ही सांसद अनुराग शर्मा को घोषित कर दिया था। लेकिन गठबंधन की सीट कांग्रेस में कांग्रेस के खाते में जाने के बावजूद भी लंबे समय तक प्रतीक्षारत रही। चुनाव की घोषणा के करीब आठ दिन बाद अब जाकर झांसी ललितपुर संसदीय सीट के लिए बीती रात पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य पर एक बार फिर से विश्वास जताया गया है।



हालांकि पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य 2014 से अभी तक 10 वर्ष में कई चुनावों में अपनी जमानत तक जब्त करवा चुके हैं। इससे पूर्व उन्होंने 2009 में लोकसभा चुनाव जीतते हुए अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बसपा से चुनाव लड़ रहे पंडित रमेश शर्मा को शिकस्त दी थी। जबकि भाजपा उम्मीदवार पूर्व शिक्षा मंत्री रविंद्र शुक्ला पांचवें स्थान पर जा पहुंचे थे। हालांकि 2014 के बाद से मोदी लहर की आंधी में कांग्रेस या अन्य दल का कोई भी उम्मीदवार टक्कर देने की बात तो दूर भाजपा उम्मीदवार के सामने टिकने तक की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और मोदी की सुनामी किस तरह अपना रंग दिखाएगी यह 20 मई को होने वाले मतदान के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा।

फिलहाल देर से आए दुरुस्त आए कहावत को चरितार्थ करते हुए अन्तोगत्वा अपने पुराने और विश्वसनीय कहे जाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन पर कांग्रेस ने एक बार फिर से विश्वास जताते हुए उन्हें उम्मीदवार घोषित किया है। वह राहुल गांधी के बड़े खास माने जाते हैं। यह अलग बात है कि उनके बयान राहुल गांधी से किसी तरह मैच नहीं करते। यह भी कहा जा रहा है कि प्रदीप जैन आदित्य को उम्मीदवार घोषित किए जाने के बाद समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता सपा सरकार के समय मिनी मुख्यमंत्री के नाम से पहचाने जाने वाले डॉ चन्द्रपाल सिंह का राजनैतिक कैरियर वर्तमान में हासिये पर आ गया है।

हिन्दुस्थान समाचार/महेश/मोहित