लखनऊ, 20 मार्च (हि.स.)। बदायूं जनपद में हुई दो मासूमों की हत्या की घटना को राजनीति रंग देने की कोशिश कुछ सियासी लाभ लेने वाले राजनीतिज्ञों द्वारा किया जा रहा है। ऐसा किए जाने को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) के बयान पर राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के राष्ट्रीय सचिव ने करारा हमला बोला है। उन्होंने सपा को बदायूं की घटना को साम्प्रदायिकता का रंग देने वाला बताया है।



रालोद राष्ट्रीय सचिव अनुपम मिश्रा ने बुधवार को कहा कि बदायूं की घटना को समाजवादी पार्टी सांप्रदायिकता का रंग देना चाहती है। उन्होंने सपा के बयान की निंदा करते हुए कहा कि प्रदेश जब अमन और चैन के रास्ते पर अग्रसर है उस समय एक जिम्मेदार दल के द्वारा इस तरह की टिप्पणी करना अपराधियों के हौसले बढ़ाएगा। जिनके घर पर मातम है, जिनके अबोध बच्चों की हत्या हुई है, उनके घर पर जाकर देखें कि क्या हाल है। इस समय में जब आपको परिवार के प्रति संवेदना देने चाहिए। अगर कोई बयान देना था कि प्रदेश में पुलिस ने एक ऐसा कार्य किया जिससे अपराधियों के हौसलें पस्त होंगे।



उन्होंने कहा कि सपा का बयान अपराधियों के हौसलें बढ़ाना वाला था। इस घटना में भी सपा को हिन्दू-मुस्लिम दिखाई दे रहा है। अपराधी और पीड़ित घटना में नहीं दिखाई दिया। यही कारण है कि समाजवादी पार्टी दिन-प्रतिदिन अपने अवसान की ओर अग्रसर है। अगर यही चरित्र, यही चाल, यही चेहरा रहा तो ऐसा लगता है कि 2024 के बाद सपा का उत्तर प्रदेश के अंदर कोई भी झंडा उठाने वाला नहीं बचेगा।



हिन्दुस्थान समाचार/मोहित/राजेश