फतेहाबाद, 9 नवम्बर (हि.स.)। फतेहाबाद स्थित मनोहर मेमोरियल स्नातकोत्तर महाविद्यालय में गुरुवार को दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर गीता ज्ञानेश्वर डॉ. स्वामी दिव्यानंद जी महाराज ‘भिक्षु’ ने भाग लिया और कॉलेज प्रबंधक समिति सदस्यों, विद्यार्थियों और स्टाफ सदस्यों को आशीर्वाद दिया।

एमएम एजुकेशन सोसायटी के चेयरमैन आत्मप्रकाश बत्रा, प्रधान राजीव बत्रा, उपप्रधान अशोक तनेजा, सचिव विनोद मेहता एडवोकेट, कोषाध्यक्ष कैलाश बत्रा व प्राचार्य डॉ. गुरचरण दास ने कॉलेज प्रांगण में पहुंचने पर स्वामी दिव्यानंद महाराज का स्वागत किया।







कार्यक्रम में वर्ष 2015 से 2018 बैच के करीब 600 विद्यार्थियों को स्वामी दिव्यानंद महाराज व कॉलेज प्रबंधक समिति सदस्यों द्वारा डिग्रियां प्रदान की गई। स्वामी ने पूरे महाविद्यालय परिसर का भी निरीक्षण किया।







समारोह को संबोधित करते हुए स्वामी दिव्यानंद महाराज ने कहा कि यह संस्था स्वामी गीतानंद जी महाराज द्वारा स्थापित की गई थी। स्वामी गीतानंद जी महाराज द्वारा जिस सोच के साथ यह पौधा लगाया गया था, प्रबंधक समिति सदस्यों व स्टाफ सदस्यों ने अपनी कड़ी मेहनत से इसे सींचा, जिस कारण आज यह संस्था फतेहाबाद जिले ही नहीं प्रदेश की प्रमुख शैक्षणिक संस्थाओं में से एक बन चुकी है। स्वामी ने जिस सोच से इसकी स्थापना की थी, वह आज सार्थक होती नजर आ रही है।







स्वामी दिव्यानंद ने कहा कि समाजसेवी ही संत-महात्माओं का परम कर्तव्य होता है। उन्होंने कहा कि मनुष्य में तीन तरह का माईंड होता है, एक कैटल माईंड, दूसरा मैटल माईंड और तीसरा बैटल माईंड। कैटल माईंड का काम सिर्फ खाना, पीना और सोना होता है जबकि मैटल माईंड बड़ी-बड़ी गाड़ियों में घूमना व अच्छे कपड़े पहनना, वहीं बैटल माईंड सिर्फ लड़ना जानता है। एक सच्चे टीचर का काम विद्यार्थी में इन सभी का सही संतुलन स्थापित करना है। स्वामी कॉलेज की उपलब्धियों का व्याख्यान किया। हाल ही में कॉलेज में आयोजित यूनिवर्सिटी यूथ फेस्टिवल के सफल आयोजन पर बधाई दी।







इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. गुरचरण दास ने यूथ फेस्टिवल में जीती गई ट्रॉफी को स्वामी दिव्यानंद महाराज को समर्पित की और कहा कि उनके आशीर्वाद से ही कॉलेज आज इन उपलब्धियों को छू पा रहा है।