हैदराबाद : टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामाराव ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की धान खरीद सहित अन्य नीतियों पर हमला बोला। साथ ही उन्होंने एक राजनीतिक प्रस्ताव पेश किया कि देश के व्यापक हितों के लिए पार्टी को राष्ट्रीय राजनीति में अहम भूमिका निभानी चाहिए।

तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (टीआरएस) के 21वें स्थापना दिवस के मौके पर प्रस्ताव पेश करते हुए रामा राव ने आरोप लगाया कि राजग सरकार सभी मोर्चों पर विफल रही है। उन्होंने इसे "गैर-निष्पादित आस्ति (एनपीए)" बताया।

उन्होंने कहा कि चाहे रोजगार हो, ईंधन की कीमतों में वृद्धि, धान की खरीद जैसे किसानों के मुद्दे हों और यहां तक कि विदेश नीति ही क्यों न हो, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाला राजग नाकाम रहा है।

टीआरएस सुप्रीमो और मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के बेटे रामा राव ने कहा कि तेलंगाना ने "गोल्डन मॉडल" बनाया है न कि गुजरात का "गोलमाल मॉडल" । उन्होंने कहा कि तेलंगाना मॉडल को पूरे देश में लागू किया जाना चाहिए।

तेलंगाना के मंत्री ने कहा, ‘‘किसी ने कहा था 'मोदी है तो मुमकिन है’ लेकिन आज मैं कहता हूं, 'मोदी है तो मुश्किल है देश के लिए।”

उन्होंने कहा कि कर्ज के मामले में तेलंगाना नीचे से तीसरे स्थान पर है। उन्होंने दावा किया कि संप्रग की पिछली सरकार के दौरान देश का कर्ज 74 लाख करोड़ रुपये था, जो मौजूदा राजग शासन के दौरान 152 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।

रामा राव ने यह भी कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने "आत्मनिर्भर भारत" के बारे में बड़ी-बड़ी बातें कीं , लेकिन लोगों के जीवन स्तर में कोई सुधार नहीं हुआ है।

स्थिति बदलने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि टीआरएस को देश में अच्छा बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार रहना चाहिए।

पार्टी ने अपने 21वें स्थापना दिवस पर राष्ट्रीय और राज्य के मुद्दों पर 13 प्रस्तावों को पेश किया है।