कोयंबटूर : ‘डू इट योरसेल्फ सेल्फ पब्लिशिंग’ प्लेटफॉर्म की शुरूआत कर तमिलनाडु के नोशन प्रेस ने लॉकडाउन के दौरान करीब 30 हजार लेखकों को उनके पुस्तकों का प्रकाशन कर उन्हें बेचने में सक्षम बनाया है ।

अप्रैल 2019 में शुरू हुये नोशन प्रेस अब तक 50 करोड़ रुपये मूल्य की कृतियों का प्रकाशन कर चुका है, खास तौर से लॉकडाउन के दौरान ।

सेल्फ-पब्लिशिंग प्लेटफॉर्म एक महीने में रिकॉर्ड 2,000 किताबों का प्रकाशन कर रहा है, अर्थात हर 25 मिनट में एक नई किताब प्रकाशित हो रही है।

इसके सह संस्थापक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी नवीन वाल्साकुमार ने शुक्रवार को बयान जारी कर बताया कि दो साल पहले जब से इस प्लेटफॉर्म की शुरूआत हुयी है, लेखक अपना ब्रांड बनाने के लिये इसका इस्तेमाल कर रहे हैं और लेखन की अपनी विशेषज्ञता एवं जुनून को आय में बदल रहे हैं ।

बयान के मुताबिक उन्होंने कहा, ‘‘ नोशन प्रेस के माध्यम से पुस्तक बेच कर हमारे शीर्ष लेखक दस लाख रुपये से अधिक की कमाई कर रहे हैं।’’ बयान में कहा गया है कि लेखक अपनी किताबें अंग्रेजी, ​हिंदी, तमिल एवं अन्य भारतीय भाषाओं में प्रकाशित करवा सकते हैं । इसमें कहा गया है कि सबसे लोकप्रिय शैलियों में रहस्य और थ्रिलर, रोमांस, जीवनी, प्रबंधन पुस्तकें, व्यवसाय स्वयं सहायता और कविता आदि हैं ।

बयान के मुताबिक, नोशन प्रेस के सहायक उपाध्यक्ष (प्रकाशन) शिराज अब्दुल ने कहा, ‘‘हमारे पास साढ़े तीन लाख लेखक हैं और हम फायदे का 70 फीसदी अपने ​लेखकों को देते हैं।’’