चेन्नई, नौ दिसंबर (भाषा) तमिलनाडु के कुन्नूर में भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मारे गए प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत और 12 अन्य लोगों को मोक्ष मिलने की प्रार्थना के साथ कांचीपुरम के प्रसिद्ध श्री कामाक्षी अम्मन मंदिर में मोक्ष दीप जलाया गया।

कांची कामकोटी पीठम ने बृहस्पतिवार को बताया कि श्री कामाक्षी अम्मन मंदिर में दिवंगत आत्माओं को ‘मुक्ति’ मिलने की प्रार्थना के साथ मोक्ष दीप जलाया गया।

कांची मठ ने एक बयान में कहा, ‘‘ सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और सशस्त्र बलों के अन्य अधिकारियों की असामयिक मृत्यु बेहद दुखद है। यह पूरे देश के लिए बड़ी क्षति है।’’

बयान में कहा गया कि जनरल रावत ने विभिन्न पदों पर सशस्त्र बलों की सेवा की थी। उनके बलिदान और राष्ट्र की सेवा को पीढ़ियों तक याद रखा जाएगा।

इसी बीच यहां एक संगठन हिंदू मुन्नानी ने सीडीएस बिपिन रावत के निधन को ‘देश के लिए बड़ी क्षति’ बताते हुए केंद्र सरकार से इस दुर्घटना की विस्तृत जांच की मांग की है। वहीं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बृहस्पतिवार को संसद के दोनों सदनों को बताया कि तमिलनाडु के कुन्नूर में बुधवार को हुए हेलीकॉप्टर हादसे की जांच एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में तीनों सेनाओं के एक दल ने शुरू कर दी है। इस हादसे में देश के पहले प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत सहित 13 लोगों की मृत्यु हो गई।