कोयंबटूर : तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने सोमवार को कहा कि कोयंबटूर जिले से द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) का कोई भी विधायक नहीं होने के बावजूद सरकार बुनियादी ढांचा मुहैया कराने और विकास परियोजनाओं में कोई भेदभाव नहीं करेगी।

स्टालिन ने यहां विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखने के लिए आयोजित एक समारोह में कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में द्रमुक की जीत के तुरंत बाद उन्होंने उन लोगों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने उन्हें सत्ता में लाने के लिए वोट दिया और उन क्षेत्रों के साथ समान व्यवहार का भी आश्वासन दिया, जहां लोग पार्टी को वोट देने में विफल रहे।

उन्होंने कहा कि द्रमुक को पिछले विधानसभा चुनावों में अन्य जिलों की तरह यहां सफलता नहीं मिली, लेकिन सरकार ने मंत्रियों को विकास की निगरानी करने के लिए जिले आवंटित किये हैं तथा विद्युत मंत्री सेंथिल बालाजी को कोयम्बटूर जिले की निगरानी का जिम्मा दिया गया है।

अन्नाद्रमुक और उसकी सहयोगी भाजपा ने जिले के सभी 10 निर्वाचन क्षेत्रों में जीत हासिल की है, जिसे आमतौर पर अन्नाद्रमुक का गढ़ माना जाता है। हालांकि, दो संसदीय क्षेत्र - कोयंबटूर और पोलाची - पर क्रमश: माकपा और द्रमुक का कब्जा है, जो राज्य में सहयोगी हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार ने यहां हवाईअड्डा विस्तार परियोजना के लिए 1,132 करोड़ रुपये जारी करने के साथ ही सभी लंबित परियोजनाओं को अपने हाथ में ले लिया है। पांच सड़क परियोजनाओं के लिए राशि आवंटित की जा रही है और शहर के बीचोंबीच स्थित केंद्रीय जेल को ग्रामीण इलाके में ले जाने तथा दो पार्क बनाने के लिए कदम उठाये जा रहे हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि इस शहर को उतना ही महत्व दिया जाएगा, जितना चेन्नई को दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि एक औद्योगिक शहर होने के नाते, विशेष रूप से निर्यातोन्मुख उद्योगों के साथ, सरकार इसे तमिलनाडु में सबसे अच्छे प्रमुख औद्योगिक स्थलों में से एक बनाना चाहती है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार मंगलवार को यहां होने वाले औद्योगिक सम्मेलन के दौरान अधिक निवेश आकर्षित करने, लाखों रोजगार के अवसर पैदा करने के साथ प्रमुख उद्योगों के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करेगी।

स्टालिन ने 1,300 करोड़ रुपये से अधिक की नई और पूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन किया।