जयपुर, 22 अप्रैल (हि.स.)। राजस्थान में भयमुक्त, निष्पक्ष एवं भेदभाव रहित चुनाव करवाने के लिए निर्वाचन विभाग सहित सभी विभागों की मुस्तैदी के चलते प्रदेश भर में क़ानून-व्यवस्था पूरी तरह सामान्य है। सभी जिलों में अवैध गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं। इस क्रम में राज्य में अब तक 1,325 अवैध हथियार जब्त किए गए हैं। साथ ही, 1.91 लाख व्यक्तियों को विभिन्न अवांछित गतिविधियों के कारण पाबंद किया गया है।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त प्रवीण गुप्ता ने बताया कि लोकसभा आम चुनाव-2024 का कार्यक्रम घोषित होने के बाद 16 मार्च से प्रदेश में आचार संहिता लागू होने के साथ ही राजस्थान पुलिस अवैध हथियारों तथा वांछित अपराधियों की धरपकड़, लाइसेंसी हथियारों को जमा करने तथा चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित कर सकने वाले संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर उन्हें पाबंद करने की कार्रवाई कर रही है।



गुप्ता के अनुसार, राजस्थान पुलिस मुख्यालय की ओर से भारत निर्वाचन आयोग को इस विषय में रविवार को प्रेषित नियमित रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में अब तक 1,325 अवैध हथियार जब्त किए गए हैं तथा 1.55 लाख से अधिक लाइसेंसी हथियार थानों में जमा किए गए हैं। अवैध हथियारों के साथ ही 2,389 कारतूस, 4,160 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ और 7 आईईडी (बम) जब्त किए गए हैं। एक अवैध हथियार निर्माण फैक्ट्री पर छापे की कार्रवाई भी की गई है।



प्रदेश में क़ानून-व्यवस्था की स्थिति पर कड़ी नजर रखने का परिणाम है कि राज्य में चुनाव से जुड़ी गतिविधियां शांतिपूर्वक चल रही हैं. पुलिस ने प्रदेश में 59,210 व्यक्तियों को अपराध प्रक्रिया संहिता की धाराओं 107, 108, 110 एवं 151 आदि के तहत पाबंद किया है। इसी प्रकार, 1,32,311 व्यक्तियों को संहिता की उक्त धाराओं के साथ ही 109 और 116(3) धाराओं के तहत पाबंद किया है। इस अवधि में 17 लोगों को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) सहित अन्य धाराओं में प्रतिबंधित किया है।



मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रदेश भर में आम सुरक्षा की दृष्टि से कुल 1,62,777 लाइसेंसशुदा हथियारों में से 1,55,634 हथियार विभिन्न पुलिस थानों में जमा करवाए गए हैं। कुल 1,735 हथियार लाइसेंस निरस्त किए गए हैं तथा 51 लाइसेंसी हथियारों को जब्त किया गया है।

गुप्ता के अनुसार, राजस्थान पुलिस ने विभिन्न लोकसभा क्षेत्रों में कुल 1,400 बस्तियों को संवेदनशील आबादी और 4,322 व्यक्तियों को गड़बड़ी फैलाने वाले संदिग्ध लोगों के रूप में चिन्हित किया है। साथ ही, प्रदेश में 276 अन्त:राज्य और 204 अंतर्राज्यीय पुलिस नाके लगाए गए हैं। स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी और प्रलोभन तथा धन-बल रहित चुनाव के लिए राजस्थान में कुल 2,585 सतर्कता दल भी सक्रिय स्थिति में रखे गए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ संदीप/ईश्वर