जोधपुर, 01 अप्रैल (हि.स.)। शहर में डेढ़ साल पहले प्रधनाध्यापक हिन्दी स्कूल शिक्षक प्रतियोगी परीक्षा का आयोजन हुआ था। इसमें एक परीक्षार्थी ने अपने स्थान पर किसी अन्य को बिठाकर परीक्षा को पास कर लिया। बाद में काउंसलिंग के लिए बुलाया गया। मगर ऑन लाइन फोटो मिलान में फर्जीवाड़े का खुलासा हो गया। इस पर आरोपी के खिलाफ देवनगर थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है। अजमेर के सिविल लाइन पुलिस थाना से जीरो नंबरी एफआईआर को जोधपुर आयुक्तालय भेजा गया। पुलिस अब गहनता से जांच कर रही है। आरोपी को हिरासत में नहीं लिया गया है।

पुलिस ने बताया कि 15 अक्टूबर 22 को प्रधानाध्यापक हिन्दी स्कूल शिक्षक प्रतियोगी परीक्षा का आयोजन किया गया। इसमें सामान्य ज्ञान एवं सामान्य अध्ययन परीक्षा हुई थी। एक अभ्यर्थी बाड़मेर जिले के पचपदरा स्थित डउकियों का तला निवासी दुर्गाराम पुत्र खेमाराम का सेंटर पाल लिंक रोड स्थित फिरोज खां गल्र्स सीनियर सैकण्डरी स्कूल में आया था। उसके द्वारा दो सत्रों मेें सुबह और दोपहर में परीक्षा देनी थी। मगर उसने अपने स्थान पर किसी अन्य को परीक्षा में बिठाकर परीक्षा को उतीर्ण कर लिया। 14 जून 23 को सूची जारी की गई और बाद में ऑनलाइन आवेदन के साथ उसे बुलाया गया था। मगर ऑनलाइन आवेदन में लगाई गई फोटो और प्रवेश पत्र में जारी फोटो का मिलान किए जाने पर उसमें घालमेल नजर आया। अब उसे ऑन लाइन मैसेज के साथ पत्र व्यवहार कर अजमेर बुलाया गया। मगर कोई जवाब नहीं दिया गया। इस पर दुर्गाराम के फर्जी तरीके से परीक्षा पास करने का पता लगा। पुलिस ने बताया कि अजमेर सिविल लाइन थाना में मामला दर्ज किया गया। जहां से बिना नंबरी एफआईआर को जोधपुर पुलिस आयुक्तालय भेजा गया। बाद मेंं पत्र क्रमांक के आधार पर अब देवनगर थाने में दुर्गाराम के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया गया। इस बारे में आरोपी और फर्जी परीक्षार्थी की फिलहाल गिरफ्तारी नहीं हुई है।



हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/ईश्वर