मोहाली (पंजाब) : पंजाब विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवान ने शनिवार को किसानों से पराली नहीं जलाने का आह्वान किया ताकि पर्यावरण को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त रखा जा सके।

एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, विधानसभा अध्यक्ष ने यहां एक कार्यक्रम में एक सभा को संबोधित किया, जिसमें पिछले पांच वर्षों से फसल के अवशेषों को नहीं जलाने के लिए राज्य भर के 150 प्रगतिशील किसानों को सम्मानित किया गया। संधवान ने कहा कि पराली जलाने से मिट्टी की ऊपरी परत में मौजूद अन्य सूक्ष्मजीवों के साथ-साथ इसकी जैविक गुणवत्ता को भी नुकसान पहुंचता है।

इस अवसर पर राज्य के पर्यावरण मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा कि यह खुशी की बात है कि किसान पराली जलाने की प्रथा छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदूषण के कारण न केवल फेफड़े खराब होते हैं, बल्कि कई अन्य प्रकार के रोग भी मनुष्य को प्रभावित करते हैं।

हेयर ने प्रगतिशील किसानों से गांवों में पराली नहीं जलाने का संदेश फैलाने की अपील की। मंत्री ने इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की कि युवा पीढ़ी अब बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण अभियान में भाग ले रही है।

उन्होंने राज्य सरकार के अभियान के बारे में भी बताया जिसमें राज्य में विभिन्न स्थानों पर लघु वन स्थापित किए जा रहे हैं।

कार्यक्रम में कृषि विभाग के विशेषज्ञों ने पराली जलाने से होने वाले दुष्परिणामों, इसके वैकल्पिक तरीकों और इसे नियंत्रित करने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में लोगों को जागरूक किया।