भुवनेश्वर : भारतीय महिला हॉकी टीम ने शनिवार को यहां दो मैचों के  एफआईएच (अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ) प्रो लीग के पहले मुकाबले में ओलंपिक चैंपियन नीदरलैंड को 2-1 से हरा दिया।

भारत ने नेहा (11वें मिनट) और सोनिका (28वें मिनट) के पेनल्टी कार्नर से किये गये गोल के दम पर मध्यांतर तक 2-0 की बढ़त हासिल कर ली थी।

मध्यांतर के बाद मैच के 40वें मिनट में जेनसेन यिब्बी की पेनल्टी कॉर्नर पर किये गये गोल की मदद से नीदरलैंड ने हार के अंतर को कम किया।

यह एफआईएच प्रो लीग में भारत की चौथी जीत है।

नीदरलैंड यहां दूसरे दर्जे की टीम के साथ आया है लेकिन भारतीय टीम ने तीन अहम खिलाड़ियों की गैरमौजूदगी में शानदार प्रदर्शन किया। तोक्यो ओलंपिक टीम के अहम सदस्य रहे लालरेम्सियामी, सलीमा टेटे और शर्मिला देवी जूनियर विश्व कप के लिए दक्षिण अफ्रीका में है।

नीदरलैंड की टीम ओलंपिक चैम्पियन है लेकिन उसकी इस टीम में तोक्यो दौरे पर गया कोई खिलाड़ी नहीं है। उसने तोक्यो ओलंपिक में भारत को 5-1 से हराया था।

इस जीत ने भारतीय टीम सात मैचों में 15 अंकों के साथ तालिका में दूसरे स्थान पर पहुंच गयी है, जबकि नीदरलैंड इतने ही मैचों में 17 अंकों के साथ शीर्ष पर बना हुआ है।

शनिवार को होने वाले दूसरे मुकाबले में दोनों टीमें फिर आमने-सामने होंगी।

भारतीय टीम मैच में गेंद को अधिक समय तक अपने कब्जे में रखने में सफल रही लेकिन नीदरलैंड ने आक्रामक खेल के दम पर ज्यादा मौके बनाये। उनके खिलाड़ी 30 बार भारतीय सर्कल में पहुंचे और 13 बार गोल पोस्ट पर शॉट मारे। टीम ने सात पेनल्टी कॉर्नर भी हासिल किया।

भारतीय टीम  के 12 बार ही विरोधी टीम के सर्कल में पहुंच सकी। इस दौरान गोल पोस्ट पर पांच शॉट और और खिलाड़ियों ने तीन पेनल्टी कार्नर हासिल किये।

यह चीजे हालांकि परिणाम से ज्यादा मायने नहीं रखती है जो भारत के पक्ष में रहा।

भारतीयों ने मैच की शुरुआत में आक्रामक खेल से बढ़त हासिल कर ली। भारत ने 11वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया और नवनीत कौर के पास को नेहा ने गोल में बदल में कोई गलती नहीं की।

दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में, राजविंदर ने भारत की बढ़त को दोगुना करने का एक सुनहरा मौका गंवा दिया। उन्हें सिर्फ गोलकीपर को छकाना था लेकिन उनका शॉट गोल पोस्ट के दूर से निकल गया।

हाफ टाइम के दो मिनट पहले सोनिका ने भारत की बढ़त को दोगुना कर दिया।

तीसरे क्वार्टर में दस मिनट के खेल के बाद नीदरलैंड्स ने पेनल्टी कार्नर हासिल किया। इसके बाद गेंद गोल पोस्ट के सामने मोनिका के शरीर से टकराने के बाद पेनल्टी स्ट्रोक में बदल गई। भारत की कप्तान और गोलकीपर सविता ने सही दिशा का अनुमान लगाया लेकिन यिब्बी के शॉट को रोक नहीं सकी। इस गोल के साथ ही  नीदरलैंड ने अंतर को 1-2 कर दिया।

नीदरलैंड ने इसके बाद भारतीय रक्षापंक्ति पर काफी दबाव बनाया लेकिन वे घरेलू टीम को तीन अंक लेने से नहीं रोक सके।