भुवनेश्वर : ओडिशा के प्रमुख राजनीतिक दलों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के खिलाफ कथित आपत्तिजनक बयान देने को लेकर पश्चिम बंगाल के मंत्री अखिल गिरि की आलोचना की और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

ओडिशा में विभिन्न जगहों पर कम से कम पांच प्राथमिकी दर्ज कराकर गिरि के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।

राजनीतिक दलों ने मुर्मू के गृह जिले मयूरभंज के मुख्यालय बारीपदा, बालासोर जिले के तलसारी, सुंदरगढ़ और नयागढ़ में प्राथमिकी दर्ज कराई।

भाजपा जनजातीय मोर्चा ने यहां एक थाने में गिरि के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।

ओडिशा से आने वाले केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।

मंत्री गिरि ने पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में शुक्रवार की शाम एक सार्वजनिक रैली में राष्ट्रपति के रूप को लेकर कथित तौर पर टिप्पणी की थी।

कांग्रेस नेता सुरेश राउत्रे ने कहा कि उनकी पार्टी प्रदेश की बेटी के खिलाफ टिप्पणी करने वाले गिरि को ओडिशा में प्रवेश नहीं करने देगी। सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) ने कहा कि राष्ट्रपति के खिलाफ ‘आपत्तिजनक’ टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।

मुर्मू राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार दो दिन के ओडिशा दौरे पर रहीं जो गत शुक्रवार को संपन्न हुआ।

प्रधान ने ट्विटर पर गिरि की अलोचना करने के दौरान बनर्जी को भी ट्वीट टैग किया। प्रधान ने ट्वीट किया, ‘‘ यदि आप की पार्टी का एक सदस्य आपकी कैबिनेट में रहते हुए देश की प्रथम नागरिक और एक महिला का अपमान करता है, तो आपको मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। अखिल गिरि का मंत्री पद पर बने रहना देश की सभी महिलाओं का अपमान है।’’

प्रधान ने कहा कि सामंती मानसिकता के कारण गिरि ने देश की प्रथम नागरिक का अपमान किया।

प्रधान ने कहा, ‘‘लोकतंत्र में नस्लवाद और लैंगिक भेदभाव के लिए कोई जगह नहीं है। यदि ममता बनर्जी में थोड़ी भी नैतिकता बची है या लोकतंत्र में थोड़ी भी श्रद्धा है, तो उन्हें तुरंत मंत्री को निष्कासित करके देश से माफी मांगनी चाहिए। मुझे उम्मीद है कि महिलाओं की प्रतिनिधि होने के कारण ममता बनर्जी कार्रवाई करेंगी।’’

बीजद के राज्यसभा सदस्य मुन्ना खान ने गिरि की अलोचना करते हुए कहा, ‘‘यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि कोई देश की प्रथम नागरिक पर टिप्पणी करता है, वह भी उनके रूप को लेकर। वह ओडिशा की बेटी हैं। वह लंबे संघर्ष के बाद देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंची हैं।’’

कांग्रेस विधायक सुरेश राउत्रे ने कहा कि गिरि के बयान से ओडिशा समेत पूरे देश के नागरिक ‘‘गंभीर रूप से आहत’’ हुए हैं, इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।

राउत्रे ने कहा, ‘‘हम गिरि को ओडिशा में प्रवेश नहीं करने देंगे। यदि गिरि ओडिशा आए तो उन्हें हम लोग गाय के गोबर में स्नान कराएंगे।’’ उन्होंने पूछा कि मुर्मू के रूप में क्या गलत है?

अपने बयान की 17 सेकंड की वीडियो क्लिप वायरल होने के बाद मंत्री अखिल गिरि ने माफी मांग ली है। गिरि ने एक अन्य वीडियो जारी कर अपने बयान को लेकर खेद जताया।

हालांकि, 17 सेकंड की अवधि वाले गिरि के इस कथित वीडियो की प्रामाणिकता पीटीआई द्वारा स्वतंत्र रूप से सत्यापित नहीं की जा सकी।

जनजातीय समुदाय कि महिला भाजपा विधायक कुसुम टेटे ने कहा, ‘‘बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी एक महिला हैं। वह अपनी मंत्रिपरिषद में ऐसे लोगों को कैसे बर्दाश्त कर सकती है। मैं मुख्यमंत्री से अनुरोध करती हूं कि वह गिरि को निलंबित करें।’’

भाजपा महिला मोर्चा ने गिरि का पुतला फूंका और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।