कहानी: एक 25 वर्षीय भारतीय लड़की राबिया के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अच्छी कमाई के लिए अवैध रूप से कनाडा चली गई है, अपनी माँ ( शिबा चढ्ढा ) से भावनात्मक रूप से जुड़ी है क्योंकि राबिया ने बहुत ही छोटी उम्र में अपने पिता को खो दिया। दूसरी तरफ, हम कनाडा की नौ वर्षीय ओलिविया को देखते हैं, जिसने कुछ साल पहले अपनी मां को खो दिया था और अब कनाडा में अपने पिता मार्क के साथ रह रही है। ओलिविया नाइट टेरर अटैक डिसऑर्डर से पीड़ित है जिसके कारण वह रात में जाग जाती है और बेकाबू होकर रोने लगती है। इस समस्या के कारण, उसके डॉक्टर द्वारा उसे लगातार दवाईयों के सहारे रखा गया है।



कहानी में चौकाने वाला मोड़ आता हैं जब पहले ओलिविया के पिता द्वारा बाल लापरवाही मामले में गिरफ्तार कर लिया जाता है और राबिया को गिरफ्तार कर लिया जाता है। ओलिविया की हालत पहले से कहीं ज्यादा खराब हो जाती है। अंतत: उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।