आइजोल : मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथंगा ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार ने म्यांमा में फरवरी के सैन्य तख्तापलट के बाद मिजोरम में शरण लेने वाले म्यांमा के लोगों को राहत प्रदान करने के लिए सहायता राशि मंजूर की है।

एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, केंद्रीय युवा मिजो संगठन (सीवाईएमए) के नेताओं से बातचीत के दौरान म्यांमा के नागरिकों को राहत प्रदान करने के प्रावधान को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने इस कार्य के लिए पहले ही कोष को मंजूरी दे दी है और जल्द ही राशि जारी कर दी जाएगी।

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार मिजोरम में शरण लेने के इच्छुक म्यांमा के नागरिकों को मानवता के आधार पर राहत उपलब्ध कराने के लिए प्रयास जारी रखेगी।

इस बीच, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि चिन प्रांत के मुख्यमंत्री सलाई लियान लुआई समेत 9247 लोगों ने मिजोरम में शरण ली है। ये लोग फरवरी में पड़ोसी देश में हुए सैन्य तख्तापलट के बाद यहां पहुंचे हैं। लुआई अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करके सोमवार रात को मिजोरम पहुंचे। पश्चिमी म्यांमा का प्रांत चिन मिजोरम की पश्चिमी सीमा से सटा है। अधिकारी ने बताया कि म्यांमार के इन नागरिकों स्थानीय लोगों ने आश्रय दिया है और कई नागरिक संगठन एवं छात्र संगठन भी उनके रहने एवं खाने-पीने का प्रबंध कर रहे हैं। मिजोरम पुलिस की अपराध जांच शाखा के आंकड़े के अनुसार, राज्य के दस जिलों में म्यांमा के ये 9,247 लोग ठहरे हुए हैं।