लेह: लद्दाख के उपराज्यपाल आर के माथुर ने केंद्रशासित प्रदेश में कोविड-19 स्थिति की समीक्षा की और संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए गांवों में जांच प्रक्रिया तेज करने को कहा है।

एक आधिकारिक प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि उन्होंने संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए ढांचागत विकास और बाल चिकित्सा खंड को मजबूत करने के साथ ही ब्लैक फंगस संबंधी तत्काल आपातकालीन स्थिति से निपटने की खातिर चिकित्सा भंडार तैयार रखने का भी निर्देश दिया।

वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शनिवार को यहां ऑनलाइन बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपराज्यपाल ने अंतिम संस्कारों, विवाह कार्यक्रमों तथा अन्य सामाजिक समारोहों से संब‍ंधित दिशा-निर्देशों का पालन करने की भी अपील की।

प्रवक्ता ने बताया कि स्वास्थ्य निदेशक फुंतसोग आंगचुक ने उपराज्यपाल माथुर को कोविड-19 मरीजों की मौजूदा संख्या, उनकी स्थिति, मौजूदा बिस्तरों पर मरीजों की संख्या की विस्तृत जानकारी दी और उन्हें उपलब्ध उपकरणों एवं दवाओं के बारे में भी अवगत कराया।

विभाग ने उपराज्यपाल को दवाओं, आरटी-पीसीआर जांच किट और ऑक्सीजन सिलेंडर समेत खरीदी गई अन्य सामग्रियों की भी सूचना दी।

माथुर ने स्वास्थ्य विभाग को अगले चार माह के लिए तत्काल आधार पर कोविड-19 संबंधी आवश्यक सामग्रियों का भंडारण पूरा करने का निर्देश दिया है ताकि आने वाले महीनों में किसी तरह की कमी न हो।

प्रधानमंत्री कोष के तहत जांसकर, द्रास और नुब्रा में 100 लीटर प्रति मिनट की क्षमता के ऑक्सीजन संयंत्रों के निर्माण की स्थिति पर चर्चा करते हुए, प्रधान सचिव पवन कोटवाल ने बैठक में बताया कि संयंत्र अगले महीने तक लगा लिए जाएंगे जबकि लेह और कारगिल में 1,000 लीटर के ऑक्सीजन संयंत्रों की स्थापना का अतिरिक्त प्रस्ताव स्वास्थ्य मंत्रालय को पहले ही सौंप दिया गया है।

प्रवक्ता ने बताया कि बैठक में वैश्विक महामारी की संभावित तीसरी लहर के लिए तैयारियों पर भी चर्चा की गई।