जम्मू : कश्मीरी पंडितों ने शोपियां में अपने समुदाय के सदस्य की हत्या के खिलाफ बुधवार को बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया।

प्रदर्शनकारी कश्मीरी पंडितों ने मांग की कि आतंकवादियों द्वारा चुन-चुनकर की जा रही हत्याओं के मद्देनजर प्रधानमंत्री पैकेज के तहत कश्मीर में कार्यरत कर्मचारियों को जम्मू में स्थानांतरित किया जाए।

जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में मंगलवार को सेब के बाग में आतंकवादियों के हमले में सुनील कुमार पंडित नामक एक कश्मीरी पंडित की मौत हो गई जबकि उनका भाई घायल हो गया। अप्रैल महीने में भी अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाते हुए ऐसे हमले किए गए थे।

इस साल अब तक अल्पसंख्यक समुदाय के 21 लोगों की हत्या की जा चुकी है।

घाटी में पिछले 24 घंटों में अल्पसंख्यक समुदाय पर इस तरह का यह दूसरा हमला था। बडगाम के चदूरा इलाके के गोपालपोरा में सोमवार शाम आतंकवादियों ने एक हथगोला फेंका था जिसमें करण कुमार सिंह घायल हो गया था।

सैकड़ों की संख्या में कश्मीरी पंडित राहत आयुक्त के कार्यालय में एकत्र हुए और घाटी में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को निशाना बनाकर की जा रही हत्याओं के विरोध में एक रैली निकाली। कश्मीरी पंडित पिछले करीब तीन महीने से विरोध प्रदर्शन कर समुदाय के कर्मचारियों को जम्मू में स्थानांतरित करने की मांग कर रहे हैं।

इस विरोध प्रदर्शन में कश्मीरी पंडितों के कई संगठनों के कार्यकर्ता भी शामिल हुए।

विरोध प्रदर्शन कर रहे सुनील नामक एक प्रदर्शनकारी ने संवाददाताओं से कहा, ' हमारी केवल एक मांग है कि हमे कश्मीर से जम्मू पदस्थ किया जाए, क्योंकि चुन-चुनकर कश्मीरी पंडितों की हत्याएं जारी हैं। '