शिमला, 11 दिसंबर (भाषा) चार बार के विधायक सुखविंदर सिंह सुक्खू ने रविवार को यहां एक समारोह में हिमाचल प्रदेश के 15वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। समारोह में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाद्रा समेत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शामिल हुए।

राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने यहां ऐतिहासिक रिज मैदान में 58 वर्षीय सुक्खू के साथ ही निवर्तमान विधानसभा में विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री (60) को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी। अग्निहोत्री राज्य के पहले उपमुख्यमंत्री होंगे।

जमीनी स्तर के नेता और बस चालक के बेटे सुक्खू का मुख्यमंत्री पद तक पहुंचना प्रदेश कांग्रेस में पीढ़ीगत बदलाव का संकेत है। राज्य की राजनीति में लंबे समय तक पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का वर्चस्व रहा। पार्टी के नेताओं ने शपथ ग्रहण समारोह से पहले सिंह को पुष्पांजलि अर्पित की।

देशभर में छत्तीसगढ़ और राजस्थान के बाद यह तीसरा राज्य है, जहां कांग्रेस की सरकार होगी। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी इस समारोह में शामिल हुए।

पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, हिमाचल प्रदेश के लिये कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और वरिष्ठ नेता सचिन पायलट भी शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित रहे।

शपथ ग्रहण समारोह को देखने के लिए पांरपरिक वेशभूषा पहने लोग बड़ी संख्या में रिज मैदान में एकत्र हुए। उन्होंने लोक संगीत की धुनों पर नृत्य किया और ‘सुक्खू भाई जिंदाबाद’ के नारे लगाए।

शपथ ग्रहण समारोह में सुक्खू की मां, पत्नी और बेटियों समेत परिवार के सदस्य शामिल हुए।

राज्य मंत्रिमंडल में मुख्यमंत्री समेत अधिकतम 12 मंत्री हो सकते हैं।

हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस सरकार के गठन ने पार्टी में नयी ऊर्जा पैदा की है। उन्होंने कहा, ‘‘जब पहाड़ों से बदलाव की हवा चलती है, तो वह मैदानों तक जाती है।’’

सुक्खू को मुख्यमंत्री बनाया जाना इस बात के तौर पर देखा जा रहा है कि कांग्रेस एक आम कार्यकर्ता को शीर्ष पद दे रही है और पार्टी के शक्ति केंद्र को ऊपरी हिमाचल से निचले हिमाचल तक स्थानांतरित कर रही है।

सुक्खू को पार्टी के दिग्गज नेता वीरभद्र सिंह का आलोचक माना जाता था, जिन्होंने पांच दशक से अधिक समय तक हिमाचल प्रदेश की राजनीति पर अपना दबदबा कायम रखा था। सिंह का पिछले साल निधन हो गया था।

वह हमीरपुर जिले के नादौन के रहने वाले हैं और हिमाचल के निचले क्षेत्र के पहले कांग्रेस नेता हैं, जो इस शीर्ष पद तक पहुंचे हैं। इस क्षेत्र में नालागढ़, ऊना, हमीरपुर, कांगड़ा और कुल्लू के निचले इलाके आते हैं।

वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रेम कुमार धूमल के बाद हमीरपुर जिले से दूसरे मुख्यमंत्री हैं।

हिमाचल सड़क परिवहन निगम में एक चालक के बेटे सुक्खू ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत गवर्नमेंट कॉलेज संजौली में कक्षा प्रतिनिधि के तौर पर की थी। वह एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष, युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भी रहे।

प्रतिभा सिंह के समर्थकों ने सुक्खू के नाम पर अपना विरोध दर्ज कराया था और कहा था कि मंडी से सांसद उनकी नेता को मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए। बहरहाल, सिंह ने बाद में कहा कि उन्होंने पार्टी आलाकमान के फैसले को स्वीकार कर लिया है।

कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव में 68 में से 40 सीट पर जीत हासिल की है।