चंडीगढ़: मुख्य निर्वाचन अधिकारी करुणा राजू ने कहा कि पंजाब में मतदाता सूची को अद्यतन करने के लिए एक विशेष सारांश संशोधन शुरू किया गया है।

उन्होंने बुधवार को कहा कि विशेष सारांश संशोधन 2023 एक मसौदा मतदाता सूची के प्रकाशन के साथ शुरू हुआ और यह आठ दिसंबर तक चलेगा।

करुणा राजू ने एक बयान में कहा, ‘‘नागरिकों को इस अवधि में दावे और आपत्तियां दर्ज करने का भी अवसर मिलेगा।’’

आधिकारिक बयान के मुताबिक, ‘‘अधिकारी ने अद्यतन मतदाता सूची का मसौदा सौंपने के लिए राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की है।’’

राजू ने प्रतिनिधियों को अवगत कराया कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा 14 में संशोधन के परिणामस्वरूप, 1950 और निर्वाचक पंजीकरण नियम, 1960 में संबंधित परिवर्तन, एक जनवरी, एक अप्रैल, एक जुलाई और एक अक्टूबर सहित चार योग्यता तिथियां एक अगस्त, 2022 से लागू हो गई हैं।

राजू ने प्रतिनिधियों को अवगत कराया कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा-14 में संशोधन के परिणामस्वरूप, 1950 और निर्वाचक पंजीकरण नियम, 1960 में संबंधित परिवर्तन, एक जनवरी, एक अप्रैल, एक जुलाई और एक अक्टूबर सहित चार योग्यता तिथियां एक अगस्त, 2022 से लागू हो गई हैं।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को सूचित किया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार राज्य में स्वैच्छिक आधार पर पंजीकृत मतदाताओं के आधार संख्या के संग्रह की प्रक्रिया की जा रही है।

उन्होंने बताया कि 66.38 प्रतिशत मतदाताओं ने पहले ही अपने आधार को मतदाता पहचान पत्र से जोड़ लिया है।

उन्होंने राजनीतिक दलों का सहयोग मांगते हुए कहा कि 19-20 नवंबर और तीन और चार दिसंबर को विशेष शिविर लगाए जाएंगे, जहां बूथ स्तर के अधिकारी मतदान केंद्रों पर मौजूद रहेंगे।

उन्होंने सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से बूथ स्तर के एजेंट को नियुक्त करने और पात्र मतदाताओं का नामांकन सुनिश्चित करने के लिए विशेष शिविरों में भाग लेने की भी अपील की।

इस बीच, हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार राज्य के सभी राजनीतिक दल अपने-अपने बूथ स्तर पर एजेंट नियुक्त करें।

उन्होंने कहा कि नौ नवंबर से चलाए जा रहे फोटो मतदाता सूची के विशेष समीक्षा अभियान में बूथ स्तर के एजेंट को पूरा सहयोग करना चाहिए।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, ‘‘मुख्य निर्वाचन अधिकारी यहां विभिन्न राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।’’

उन्होंने कहा कि गुरुग्राम समेत कई जिलों में जनसंख्या के हिसाब से मतदाताओं का अनुपात कम है।

हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा, ‘‘इनमें महिलाएं, युवा और विकलांग लोग शामिल हैं। ऐसे जिलों और विधानसभा क्षेत्रों पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले सभी मतदाताओं के नाम फोटो मतदाता सूची में शामिल किए जा सकें।’’